मोदी ने ‘जल शक्ति’ मंत्रालय गठित कर पूरा किया चुनावी वादा

नई दिल्ली। देश के प्रत्येक घर को सुरक्षित पेयजल और किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चुनावी वादे के अनुरूप नई सरकार में एक नया मंत्रालय ‘जल शक्ति’ नाम से गठित किया गया है। नरेन्द्र मोदी सरकार में गजेंद्र सिंह शेखावत को ‘जल शक्ति’ मंत्रालय का कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वेभव गहलोत को लोकसभा चुनावों में हराया था। गजेंद्र मूलत: शेखावटी के सीकर जिले से हैं। 51 वर्षीय गजेंद्र सिंह जोधपुर से लगातार दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त गजेंद्र पूर्व में भी मोदी सरकार में कृषि राज्य मंत्री का जिम्मा संभाल चुके हैं। गजेंद्र सिंह राजस्थान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) की पहली पसंद होने के साथ-साथ नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की भी गुड-बुक में शामिल हैं। जल शक्ति मंत्रालय पहले के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्रालय को पुनर्गठित करके बनाया गया है। पिछली सरकार में इसकी जिम्मेदारी नितिन गडकरी के पास थी। पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय को भी इसमें जोड़ा गया है। तमिलनाडु में एक चुनावी रैली के दौरान मोदी ने पिछले महीने वादा किया था कि यदि वह फिर से सत्ता में वापसी करेंगे तो उनकी नई सरकार एक अलग जल शक्ति मंत्रालय की स्थापना करेगी। उन्होंने कहा था कि 23 मई के बाद जब मोदी सरकार एक बार फिर पदभार ग्रहण करेगी, तो जल शक्ति के लिए एक अलग मंत्रालय होगा। यह मंत्रालय पानी से संबंधित कई पहलुओं को पूरा करेगा। भाजपा के घोषणापत्र में भी देश में पानी के संकट को समाप्त करने के लिए एक एकीकृत जल मंत्रालय स्थापित करने का भी वादा किया गया था।

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