राष्ट्रपति ने 16वीं लोकसभा को किया भंग

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश पर 16वीं लोकसभा को भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए।

राष्ट्रपति सचिवालय के अनुसार केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 24 मई को हुई अपनी बैठक में राष्ट्रपति को 16वीं लोकसभा को तत्काल प्रभाव से भंग करने की सलाह दी थी। राष्ट्रपति ने मंत्रिमंडल की सलाह को स्वीकार कर लिया है और संविधान के अनुच्छेद 85 के उपखंड (2) के उप-खंड (बी) द्वारा उन्हें प्रदान की गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए 16वीं लोकसभा को भंग करने वाले आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।

उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मिले प्रचंड बहुमत के बाद अब नई सरकार के गठन की कोशिश तेज हो गई है। दिल्ली में राजग गठबंधन की आज बैठक होनी है। बैठक में औपचारिक तौर पर नरेन्द्र मोदी को नेता चुना जाएगा। इसके बाद वह सरकार गठन का दावा पेश करेंगे। इसके बाद राष्ट्रपति उन्हें नई सरकार के गठन के लिए आमंत्रित करेंगे।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उन्हें अपना व मंत्रिमंडल का इस्तीफा सौंपा था। राष्ट्रपति कोविंद ने प्रधानमंत्री का इस्तीफा स्वीकार करते हुए उन्हें नई सरकार के गठन तक पद पर बने रहने को कहा था।

देश में प्रधानमंत्री नेरन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजग को मिले बड़े जनादेश के बाद शुक्रवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में 16वीं लोकसभा को भंग करने का प्रस्ताव पारित किया गया। सभी मंत्रियों ने बैठक में भाग लिया लेकिन वित्तमंत्री अरुण जेटली स्वास्थ्य कारणों के चलते इसका हिस्सा नहीं बन पाए थे।उल्लेखनीय है कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को 303 सीटें मिली हैं।

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