हमीरपुर। जिले में सोमवार को दंगल में राजस्थान और हरियाणा समेत कई राज्यों के नामीगिरामी पहलवानों की रोमांचक कुश्ती देखने को दर्जनों गांवों की भारी भीड़ उमड़ी। अखाड़े में बांदा के पहलवान ने हरियाणा के नामीगिरामी पहलवान को धूल चटा दी।
सुमेरपुर कस्बे में दो दिवसीय दंगल के आखिरी दिन राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि प्रांतों के नामीगिरामी पहलवानों के मध्य कुश्तियां करायी गयीं। बांदा के पहलवान कमलेश ने हरियाणा के रोहित को अखाड़े में धूल चटायी। वहीं कानपुर के कल्लू ने मथुरा के कर्म वीर को पराजित कर दिया। राजस्थान के पहलवान शमशेर का मुकाबला गाजियाबाद के मोहन के साथ हुआ, जिसमें दोनों पहलवान अखाड़े में पन्द्रह मिनट तक भिड़े लेकिन दोनों की कुश्ती बराबरी पर छूटी।
इसी क्रम में विनय चौहान ने वीरू कन्नौज को अखाड़े में परास्त किया, जबकि छोटू झलोखर ने हरियाणा के पहलवान श्रीराम को दांवपेंच से अखाड़े में धूल चटा दी। मनोज कुसमरा ने बंटी फतेहपुर को पराजित किया। झलोखर अखाड़े के ब्रह्मचारी ने छोटे सिकन्दरा को पटकनी देकर चित कर दिया। अकबर बांदा, मेघराज मसगांव के मध्य हुयी कुश्ती बराबरी पर छूटी। धर्मेश मसगांव एवं वीरेन्द्र टेढ़ा के मध्य भी कुश्ती बराबरी पर रही। चंदू गोरखपुर व लवकुश इलाहाबाद के बीच रोमांचक कुश्ती करायी गयी, लेकिन दोनों पहलवान बराबरी पर रहे। उपेन्द्र जालौन ने प्रमोद लखनऊ को पराजित किया। वहीं सोनू बरोनी एवं राजपू मसगांव के मध्य कुश्ती बराबरी पर छूटी। इस मौके पर दंगल के आयोजक जयप्रकाश दीक्षित ने पहलवानों का उत्साहवर्धन किया। दंगल का संचालन सुरेश यादव ने किया। रेफरी की भूमिका रामकिशुन नन्ना एवं मुन्ना तिवारी ने निभायी। दंगल देखने के लिये कई गांवों के लोग भारी संख्या में एकत्र हुये।
सुमेरपुर कस्बे में दो दिवसीय दंगल के आखिरी दिन राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि प्रांतों के नामीगिरामी पहलवानों के मध्य कुश्तियां करायी गयीं। बांदा के पहलवान कमलेश ने हरियाणा के रोहित को अखाड़े में धूल चटायी। वहीं कानपुर के कल्लू ने मथुरा के कर्म वीर को पराजित कर दिया। राजस्थान के पहलवान शमशेर का मुकाबला गाजियाबाद के मोहन के साथ हुआ, जिसमें दोनों पहलवान अखाड़े में पन्द्रह मिनट तक भिड़े लेकिन दोनों की कुश्ती बराबरी पर छूटी।
इसी क्रम में विनय चौहान ने वीरू कन्नौज को अखाड़े में परास्त किया, जबकि छोटू झलोखर ने हरियाणा के पहलवान श्रीराम को दांवपेंच से अखाड़े में धूल चटा दी। मनोज कुसमरा ने बंटी फतेहपुर को पराजित किया। झलोखर अखाड़े के ब्रह्मचारी ने छोटे सिकन्दरा को पटकनी देकर चित कर दिया। अकबर बांदा, मेघराज मसगांव के मध्य हुयी कुश्ती बराबरी पर छूटी। धर्मेश मसगांव एवं वीरेन्द्र टेढ़ा के मध्य भी कुश्ती बराबरी पर रही। चंदू गोरखपुर व लवकुश इलाहाबाद के बीच रोमांचक कुश्ती करायी गयी, लेकिन दोनों पहलवान बराबरी पर रहे। उपेन्द्र जालौन ने प्रमोद लखनऊ को पराजित किया। वहीं सोनू बरोनी एवं राजपू मसगांव के मध्य कुश्ती बराबरी पर छूटी। इस मौके पर दंगल के आयोजक जयप्रकाश दीक्षित ने पहलवानों का उत्साहवर्धन किया। दंगल का संचालन सुरेश यादव ने किया। रेफरी की भूमिका रामकिशुन नन्ना एवं मुन्ना तिवारी ने निभायी। दंगल देखने के लिये कई गांवों के लोग भारी संख्या में एकत्र हुये।
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