नई दिल्ली। पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा है कि देश में बेरोजगारी के बड़े आंकड़े को देखते हुए सवाल यही है कि क्या वास्तव में भारतीय अर्थव्यवस्था सात फीसदी की दर से बढ़ रही है? इससे पहले नीति आयोग ने नोटबंदी के बाद बेरोजगारी के पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा होने के दावे को यह कहते हुए नकार दिया था कि ऐसी स्थिति में देश 7 फीसदी की दर से नहीं बढ़ सकता है। ट्विटर पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि मोदी सरकार ने जीडीपी वृद्धि के आंकड़ों को संशोधित किया है। सरकार ने महसूस नहीं किया बेरोजगारी का आंकड़ा भी ऊपर जा रहा है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग के उपाध्यक्ष पूछते हैं कि कोई देश बिना रोजगार के औसतन 7 प्रतिशत कैसे बढ़ सकता है? उन्होंने कहा कि बिल्कुल हमारा सवाल भी यही है। बेरोजगारी 45 साल में सबसे ज्यादा है, ऐसे में हम कैसे मान सकते हैं कि अर्थव्यवस्था 7 फीसदी की दर से बढ़ रही है? दूसरी ओर पी चिदंबरम ने कहा कि सरकार राजकोषीय घाटे से जुड़ा अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर पायेगी। उन्होंने कहा कि जैसा कि वह पहले चेतावनी दे चुके हैं कि 2018-19 के लिए चालू खाता घाटा 2.5 प्रतिशत से ज्यादा रहने वाला है।
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