पहली छमाही में 3.18 करोड़ वर्गफुट कार्यालय क्षेत्र उठा किराये पर : सीबीआरई

नई दिल्ली। देश के नौ प्रमुख शहरों में किराये पर कार्यालय लेने में 2019 की पहली छमाही में 36 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी है। इस दौरान कुल 3.18 करोड़ वर्गफुट कार्यालय क्षेत्र किराये पर उठा। संपत्ति सलाहकार कंपनी सीबीआरई के मुताबिक कॉरपोरेट कंपनियों की भारी मांग के चलते इस क्षेत्र में डेढ़ अरब डॉलर का पूंजीगत निवेश हुआ। कंपनी ने दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे, कोच्चि और अहमदाबाद के आंकड़ों के आधार पर अपनी यह रपट ‘इंडिया ऑफिस मार्केट व्यू’ दी है। इससे पहले वर्ष 2018 की जनवरी-जून अवधि में कुल 2.33 करोड़ वर्गफुट कार्यालय क्षेत्र किराये पर उठा था। परामर्श कंपनी का अनुमान है कि 2019 में किराये पर कार्यालय लेने के मामले में पांच से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि देखने को मिलेगी और कुल 4.82 करोड़ वर्गफुट कार्यालय क्षेत्र को किराये पर लिया जाएगा। रपट में कहा गया है कि कार्यालय क्षेत्र को किराये पर लेने की मजबूत मांग के चलते संस्थागत निवेशक और डेवलपर दोनों ही इस क्षेत्र की ओर आकर्षित हुए हैं। किराया क्षेत्र में सतत वृद्धि की वजह से पहली छमाही में कार्यालय क्षेत्र में डेढ़ अरब डॉलर का निवेश आया। सीबीआरई के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिमी एशिया और अफ्रीका) अंशुमन मैगजीन ने कहा कि उन्हें कार्यालय क्षेत्र को किराये पर लेने में प्रौद्योगिकी कॉरपोरेटों की मांग 2019 में भी मजबूत रहने की उम्मीद है। यह रुख साल की पहली छमाही में भी देखने को मिला है। समीक्षावधि में बेंगलुरू, हैदराबाद, दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में कुल कार्यालय क्षेत्र का करीब 80 प्रतिशत पहली छमाही में किराये पर उठ गया। आंकड़ों के मुताबिक किराये पर बेंगलुरू में किराये पर लिया जाने वाला कार्यालय क्षेत्र बढ़कर 95 लाख वर्गफुट रहा जो पिछले साल इसी अवधि में 83 लाख वर्गफुट था। इसी तरह हैदराबाद में यह 71 लाख वर्गफुट, दिल्ली-एनसीआर में 46 लाख वर्गफुट, मुंबई में 40 लाख वर्गफुट और चेन्नई में 26 लाख वर्गफुट रहा।

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