रांची। झारखंड हाई कोर्ट में राजधानी रांची में ट्रैफिक व्यवस्था की लचर व्यवस्था पर शुक्रवार काे सुनवाई हुई। सुनवाई के दाैरान काेर्ट ने मौखिक कहा कि ट्रैफिक एसपी को खुद रांची शहर के मुख्य चौक चौराहों पर लगातार औचक निरीक्षण करना चाहिए।
कोर्ट ने कहा कि ट्रैफिक पोस्ट पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी वीआईपी मूवमेंट के समय ही केवल सजग रहते हैं। उनका ध्यान ट्रैफिक स्मूथ रखने की बजाय वसूली पर रहता है। ऐसे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के खिलाफ ट्रैफिक एसपी कार्रवाई करें। कोर्ट ने मौखिक कहा कि रांची शहर में सीसीटीवी केवल आईवास के लिए लगाए गए हैं। इनमें अधिकतर खराब हैं। ऐसे में अपराधी घटनाओं की रोकथाम कैसे हो सकेगी? कोर्ट ने यह भी कहा कि रांची के मुख्य चौक चौराहों के आसपास जो सब्जी बाजार लगते हैं उन्हें किसी दूसरे जगह में शिफ्ट किया जाए ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू रहे। रांची नगर निगम फुटपाथ दुकानदारों की आजीविका को देखते हुए उनके लिए वैकल्पिक जगह तलाश करे।
कोर्ट ने यह भी कहा कि रांची शहर में ऑटो एवं ई-रिक्शा चालक सड़क को ही पार्किंग स्थल बना देते हैं और सड़क का अतिक्रमण करते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कोर्ट ने ऑटो रिक्शा एवं ई रिक्शा चालकों के लिए निर्धारित किए गए ड्रेस कोड का अनुपालन करने का निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए सरकार को एक रेगुलेशन बनानी चाहिए ताकि जो ऑटो या ई रिक्शा चालक ड्रेस कोड का अनुपालन नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ कानूनी रूप से कार्रवाई हो सके। मेन रोड में लोग सड़कों के किनारे अपने वाहन लगा देते हैं, जिससे रोज जाम की स्थिति देखने को मिलती है। जाम से निपटने के लिए लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा। उन्हें कोई भी खरीदारी करने के लिए मेन रोड में जाने की मानसिकता से बचना होगा।
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