नई दिल्ली। भारत की सीनियर महिला फुटबाल टीम चार देशों के टूर्नामेंट हीरो गोल्ड कप में भाग लेने के लिए तैयार है और मुख्य कोच मेयमोल रॉकी को भी अपने युवा खिलाडि़यों पर भरोसा है। गोल्ड कप 9 फरवरी से भुवनेश्वर में खेला जाएगा और भारत के आलवा, इसमें ईरान, नेपाल और म्यांमार जैसी मजबूत टीमें शामिल है। अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के अनुसार, यह पहली बार है कि भारत में महिला फुटबाल के लिए गोल्ड कप जैसे टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है भारतीय टीम यह मैच ओलम्पिक क्वालीफायर की तैयारियों के रूप में खेल रही है। मेयमोल के मार्गदर्शन में टीम ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और टीम के खिलाडि़यों की औसत आयु 21.4 वर्ष है जो यह दर्शाता है कि टीम का भविष्य उज्जवल है। कोच मेयमोल ने कहा, मैंने हमेशा युवाओं पर अपना ध्यान केंद्रित किया है और यह माना है कि वे हर बार टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी। उन्होंने कहा, युवा टीम होना के कई लाभ हैं और इन लड़कियों में बहुत क्षमता है। उन्होंने कई मौकों पर यह दर्शाया है और लगातार खुद को बेहतर किया है। मुझे अटैकिंग एवं तेज फुटबाल खेलना पसंद है और इन लड़कियों ने हमेशा सही प्रतिक्रिया दी है। युवा होने के कारण वह नई चीजें सीखने के लिए तैयार हैं और मैंने उन्हें अपने मुताबिक फुटबाल खिला सकती हूं। फीफा रैंकिंग में म्यांमार 44वें, ईरान 60वें और नेपाल की टीम 108वें पायदान पर काबिज है। मेयमोल रॉकी के मार्गदर्शन में भारतीय टीम फिलहाल 62वें स्थान पर मौजूद है। गोल्ड कप के अपने पहले मैच में भारतीय टीम नौ फरवरी को ईरान से भिड़ेगी।
This post has already been read 8413 times!