मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा खेल परिसर में सक्रिय कई खेल संघों के प्रतिनिधियों ने मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा खेल परिसर खेल संघ के बैनर तले आज रांची नगर निगम के नगर आयुक्त श्री सुशांत गौरव से शिष्टाचार मुलाकात की और खेल परिसर के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित कमरों से उपयोग से खिलाड़ियों को बेदखल किए जाने के प्रयास पर विरोध दर्ज कराया।
प्रतिनिधिमंडल ने नगर आयुक्त के समक्ष राँची नगर निगम के सीटी मैनेजर (मिशन) श्री चंदन कुमार द्वारा लगातार कमरों को खाली कराने की धमकियों और अमानवीय व्यवहार की लिखित शिकायत प्रस्तुत की। इन कमरों का उपयोग लंबे समय से महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों के चेंजिंग रूम और खेल सामग्री भंडारण के रूप में किया जाता रहा है, जहाँ फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो, वुडबॉल, थ्रोबॉल, नेटबॉल, किक बॉक्सिंग, जिम्नास्टिक, चॉकबॉल, कोर्फबॉल, जरासंध अखाड़ा समेत दर्जनों खेल संघ नियमित रूप से अभ्यास और प्रतियोगिताएं संचालित करते हैं।
प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि सीटी मैनेजर श्री चंदन कुमार द्वारा खिलाड़ियों के प्रति असंवेदनशील और अपमानजनक टिप्पणी की गई, जहाँ उन्होंने महिला खिलाड़ियों को खुले में कपड़े बदलने तक की सलाह दे दी। यह व्यवहार न केवल नारी गरिमा का अपमान है, बल्कि खेल भावना और मानवीय संवेदनाओं के भी विपरीत है।
प्रतिनिधियों ने नगर आयुक्त को यह भी अवगत कराया कि जब इस खेल परिसर के जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर बना था, तब उक्त भवन को तोड़ने की योजना थी। लेकिन खिलाड़ियों, खेल संघों और तत्कालीन वार्ड पार्षद के संगठित आंदोलन के फलस्वरूप राँची नगर निगम, संवेदक और खेल प्रतिनिधियों के बीच यह सहमति बनी थी कि उक्त भवन यथावत रखा जाएगा।
मुलाकात के दौरान खेल संघों ने नगर आयुक्त से आग्रह किया कि उक्त कमरों को स्थायी रूप से खिलाड़ियों और खेल संघों के उपयोग के लिए आरक्षित किया जाए। साथ ही राँची नगर निगम के अधिकारी द्वारा खिलाड़ियों के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार की निष्पक्ष जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
नगर आयुक्त श्री सुशांत गौरव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विषय को संज्ञान में लेने और खिलाड़ियों के हित में संतुलित समाधान निकालने का आश्वासन दिया।
This post has already been read 114 times!