उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व का समापन, सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम

रांची। रांची में लोक आस्था का महापर्व छठ उत्साह और उमंग के साथ सोमवार को सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद संपन्न हो गया। महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान के चौथे दिन सुबह छठ व्रतियों ने पूरी आस्था के साथ उदीयमान सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर सभी के लिए सुख और समृद्धि की कामना की।
उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए रांची में आधी रात के बाद से ही जलाशयों के आसपास मेला जैसा नजारा देखने को मिला। भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए दौरा में प्रसाद सजा कर छठ व्रतियों के साथ-साथ हर कदम जलाशयों-तालाबों की ओर बढ़ते दिखे।
रांची के अरगोड़ा तालाब, विवेकानंद सरोवर, बटन तालाब, शालीमार तालाब, हटिया डैम, हटनिया तालाब, कांके डैम, स्वर्णरेखा नदी, तिरिल तालाब और डिस्टलरी तालाब के साथ साथ अन्य जलाशयों में छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन और रांची नगर निगम की ओर से विशेष सुरक्षा व्यवस्था और लाइटिंग के बीच छठव्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया और ब्रहांड के कल्याण की कामना भगवान सूर्य से की। इस बार भी बड़ी संख्या में लोगों ने अपने अपने कॉलोनी, आवासीय परिसर के बाहर बनें कृत्रिम तालाब और अपार्टमेंट की छतों पर भी अस्थायी जलाशय निर्माण कर भगवान सूर्य की उपासना की।
इस दौरान प्रमुख छठ घाटों पर सुरक्षा की भुगतान इंतजाम किए गए थे। राजधानी रांची में छठ पर्व को लेकर 1200 अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई थी। इसके अलावे एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय गोताखोरों को भी तैनात किया गया था।
ड्रोन कैमरे से प्रमुख छठ घाटों की निगरानी भी की जा रही थी। सिटी एसपी राजकुमार मेहता, ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो, ट्रैफिक एसपी कुमार गौरव, कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय सहित अन्य डीएसपी और थानेदार अपने-अपने क्षेत्र में छठ घाटों पर निगरानी कर रहे थे। एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा लगातार कंट्रोल रूम से छठ घाटों की सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे थे। साथ ही लगातार वायरलेस से अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे थे।

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