स्पेनिश महिला से दुष्कर्म मामला: झारखंड हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा- विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा के लिए क्या है एसओपी

रांची। झारखंड हाई कोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस चंद्रशेखर एवं जस्टिस नवनीत कुमार की खंडपीठ में स्पेनिश महिला के साथ दुष्कर्म के मामले में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान राज्य सरकार को विस्तृत आंकड़ों के साथ-साथ इस मामले में की गयी कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने पूछा कि विदेशी पर्यटकों के राज्य की सीमा में प्रवेश की जांच के साथ उनकी सुरक्षा व सहायता के लिए राज्य सरकार ने किस प्रकार का स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी किया है और अगर एसओपी नहीं है तो भविष्य में इसकी क्या योजना है।
कोर्ट ने मौखिक कहा कि झारखंड विदेशी पर्यटकों के लिए एक हब बन चुका है। आपको पता होना चाहिए कि यहां प्रतिवर्ष कितने विदेशी पर्यटक आ रहे हैं, उन्हें सुरक्षा मुहैया कराया जाना भी जरूरी है। जरूरत होने पर उनके लिए मेडिकल सुविधा भी होनी चाहिए। कोर्ट ने महाधिवक्ता को महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए उठाये गये कदम के बारे में भी जानकारी देने को कहा है।
इससे पूर्व दुमका एसपी के शपथ पत्र पर कोर्ट ने नाराजगी जतायी। कोर्ट ने कहा कि विदेशी महिला के साथ गैंगरेप की घटना को सुपरवाइज किसी वरीय अधिकारी को करना चाहिए था। सरकार की ओर से बताया गया कि पीड़िता की कुछ चीजों की जांच दुमका के अस्पताल में संभव नहीं है, जिस पर कोर्ट ने कहा कि हर एक जिला में ऐसी व्यवस्था जरूरी है, मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से भी जिलों में जांच संभव है।
सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को यह बताया गया कि इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है और पीड़िता को मुआवजे के तौर पर दस लाख का भुगतान भी कर दिया गया है। यह जानकारी हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान मौजूद अधिवक्ता धीरज कुमार ने दी। अगली सुनवाई 13 मार्च को होगी।
दरअसल एक मार्च को दुमका जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र के कुरुमाहाट में बाइक टूर पर निकली स्पेनिश मूल की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। महिला अपने पति के साथ बाइक पर निकली थी। वह दुमका होते हुए भागलपुर की ओर जा रही थी। इसी क्रम में वह हंसडीहा बाजार से पहले एक सुनसान जगह पर रात करीब 12 बजे टेंट लगाकर सो गयी। इसी दौरान आसपास के कुछ युवक वहां पहुंचे और महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। साथ ही महिला के साथ मारपीट भी की। सामूहिक दुष्कर्म के आठों अपराधी गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
इस मामले को हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस एस चंद्रशेखर की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष संज्ञान में लाया गया था। इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी एवं एसपी, दुमका को मामले में प्रतिवादी बनाते हुए एसपी दुमका से रिपोर्ट मांगी थी।

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