‘संसद सत्र छोटा लेकिन ऐतिहासिक’, पीएम मोदी ने कहा- रोने के लिए बहुत समय है

New Delhi : पीएम मोदी ने कहा, संसद का सत्र छोटा है, लेकिन ऐतिहासिक फैसलों का सत्र है. यह सत्र छोटा है लेकिन बहुत मूल्यवान है. ये मुलाकात बेहद खास है. यह 75 बैठकों की यात्रा होगी. यह बैठक कई मायनों में अहम है. उन्होंने कहा कि सभी संसद सदस्यों से अनुरोध है कि वे इस सत्र में उत्साह के साथ भाग लें. रोने के लिए बहुत समय है. पुरानी बुरी बातें छोड़ें और अच्छी बातें लेकर नई संसद में आएं।

उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘चंद्रमा मिशन की सफलता के बाद हमारा तिरंगा लहरा रहा है. शिव शक्ति प्वाइंट नये आंदोलन का केंद्र बन गया है. भारत के लिए अनेक सम्भावनाएँ एवं अवसर हैं। जी20 की सफलता से हमारी विविधता बढ़ी।

उद्धव गुट की नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘संसद का विशेष सत्र जल्दबाजी में बुलाया गया है. उनका एजेंडा तक नहीं लाया गया. उत्तर भारत में तेज मनाया जाता है, कल महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी, तो इससे पता चलता है कि बीजेपी के मन में क्या है. संसद के आखिरी सत्र से पहले प्रधानमंत्री ने मणिपुर में हो रहे घटनाक्रम पर 30 सेकेंड का जवाब दिया था. संसद के पिछले सत्र से लेकर इस सत्र तक कई घटनाएं हुईं लेकिन किसी ने जिम्मेदारी नहीं स्वीकारी. कश्मीर में हमारे जवान शहीद हुए हैं लेकिन प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री पार्टी मुख्यालय में जश्न मना रहे थे.

विपक्षी दल इंडिया अलायंस की बैठक में फैसला लिया गया है कि संसद के विशेष सत्र में आज की बहस में विपक्ष हिस्सा लेगा.

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