रांची। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि झारखंड राज्य अपनी समृद्ध जनजातीय संस्कृति एवं प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों के लिए जाना जाता है। इन संसाधनों से लोगों का जीवन बेहतर बन सके, इसके लिए सभी को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। राज्यपाल सोमवार को रांची के आर्यभट्ट सभागार में दीदियों के स्नातक समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि हमारी दीदियों ने तीन वर्ष पूर्व ‘इंड अल्ट्रा पॉवर्टी (ईयूपी) कार्यक्रम’ के तहत विविध आजीविका के माध्यम से एक सम्मानजनक जीवन जीने के लिए छात्रा के रूप में यात्रा शुरू की थी। तीन साल के पश्चात वे स्नातक के रूप में उभरी हैं और उनकी उपलब्धियां प्रेरणा स्रोत हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड में विशेष रूप से संवेदनशील जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) सहित कई आदिवासी परिवारों को गरीबी से ऊपर उठाने के लिए वित्तीय समावेशन, आजीविका संवर्धन और सामाजिक सुरक्षा पर ध्यान केन्द्रित किया गया, जिससे दीदियों के जीवन में ठोस बदलाव आया है।
राज्यपाल ने कहा कि ‘इंड अल्ट्रा पॉवर्टी कार्यक्रम’ विकास के लिए किए गए विभिन्न पहलों में से एक है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आजीविका में विविधता लाने एवं वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने का प्रशिक्षण प्राप्त हो रहा है। पशुपालन एवं कृषि कार्य का भी प्रशिक्षण प्राप्त होता है। इनसे उनकी आमदनी लगातार बढ़ रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन योजना, उज्ज्वला योजना, मुद्रा योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना इत्यादि का भी लाभ उन्हें मिल रहा है। सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस एवं एकलव्य विद्यालय के माध्यम से शिक्षा का भी प्रसार हो रहा है। इस अवसर पर उन्होंने दीदियों एवं संस्था के सदस्यों को सम्मानित भी किया।
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