रांची की जगप्रीत कौर ने बाल गीता का गुरमुखी में किया अनुवाद : दुबई में हुई सम्मानित

रांची की जगप्रीत कौर ने बाल गीता का गुरमुखी में अनुवाद किया है। जब जगप्रीत की स्कूली शिक्षा रांची के गुरु नानक स्कूल में हुई थी और फिलवक्त पुणे महाराष्ट्र में रहती है।
बाल गीता स्वस्ति योग के संस्थापक, डॉ. विकास चोथे और डॉ. श्वेतांबरी चोथे द्वारा अग्रेजी मे लिखी गई है ) पुस्तक का दुबई में 10 नवंबर को प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग और स्थिरता सम्मेलन में विमोचन किया गया, इस कार्यक्रम में गुरु नानक दरबार, दुबई के महाप्रबंधक डॉ. एसपी सिंह ने भाग लिया।
बाल गीता बच्चों के लिए भगवद गीता की शिक्षाओं का एक सरल और मनोरंजक संस्करण है। इसमें दैनिक जीवन की परिस्थितियाँ और समस्याएँ हैं और उन चुनौतियों के उत्तर और समाधान हैं कि आपको उनसे कैसे निपटना चाहिए। यह पुस्तक बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए है। अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है। जगप्रीत चाहती हैं कि हर बच्चा इस पुस्तक को पढ़े और अधिक मजबूत और साहसी बने। यह निश्चित रूप से एक बच्चे का भविष्य बदल देगा क्योंकि ये शिक्षाएँ कभी भी स्कूल में नहीं दी जाती हैं।
इसके साथ ही जगप्रीत को दुबई सरकार द्वारा इको योग रिट्रीट्स: आधुनिक योगी के लिए सतत पर्यटन पर एक पेपर प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था। स्पोर्ट्स फॉर ऑल फेडरेशन, दुबई से एक विशेष निजी आमंत्रण प्रायोजक वीज़ा प्राप्त हुआ।

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