मुख्यमंत्री पलामू में 436 करोड़ की पाइपलाइन परियोजना की रखेंगे आधारशिला

पलामू। मुख्यमंत्री बनने के बाद चंपाई सोरेन पहली बार पलामू आयेंगे। 10 फरवरी को पूर्वाहन 11 बजे उनका आगमन होगा। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुटा हुआ है। शिवाजी मैदान में समारोह का आयोजन किया जायेगा, जहां मुख्यमंत्री शामिल होंगे और कई तरह की योजनाओं का शिलान्यास, उदघाटन एवं परिसंपत्तियों का वितरण करेंगे। मुख्यमंत्री पलामू में सोन, कोयल, औरंगा, पाइपलाइन परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इस योजना को 436 करोड़ रूपए से पूरा किया जाना है। इस परियोजना के पूर्ण होने से पलामू के प्रमुख जलाशयों में सालों भर पानी रहेगा। सोन, कोयल, औरंगा नदी से पाइपलाइन के माध्यम से पानी लाकर इन जलाशयों में छोड़ा जायेगा। गर्मी के दिनों में जिले के कई जलाशय सुख जाया करते हैं, लेकिन योजना के पूर्ण होने से पानी की उपलब्धता रहेगा। उपायुक्त शशि रंजन एवं पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने शुक्रवार को शिवाजी मैदान और चियांकी हवाई अड्डा पर तैयारियों का अवलोकन किया। बाद में उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से चियांकी हवाई अड्डा पर उतरेंगे और सड़क मार्ग से शिवाजी मैदान पहुंचेंगे। यहां सोन, कोयल, औरंगा, पाइपलाइन परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इस योजना से 11 प्रखंडों को सीधे लाभ मिलेगा।
राज्य सरकार ने सोन-कोयल-औरंगा पाइपलाइन परियोजना के लिए 436 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इस प्रोजेक्ट पर पिछले चार साल से काम चल रहा है। इस परियोजना के तहत जुलाई से अक्टूबर तक सोन, कोयल और औरंगा नदी से पानी उठाकर पलामू के विभिन्न जलाशयों को भरा जायेगा। इस परियोजना के तहत जिले के 11 प्रखंडों को सीधा लाभ मिलेगा। 13 विभिन्न जलाशयों को पानी से भरा जाना है। तीनों नदियों से 31.397 एमसीएम पानी उठाया जाएगा। सिंचाई एवं पेयजल के लिए पानी का इस्तेमाल होगा। देवरी में सोन नदी से पानी लिफ्ट कर छतरपुर क्षेत्र के बटाने, सुखनदिया, करमाकला, विश्रामपुर में धनकाई और ताली बांध में पानी भरा जायेगा। कोयल नदी से चैनपुर के कल्याणपुर तक पाइपलाइन के जरिये पानी पहुंचाया जायेगा और टेमराई, बुटनडुबा और मेदिनीनगर के कई जलाशयों को भरा जायेगा। वहीं मलय, कुन्देलवा, कचरवा, पनघटवा बांध को औरंगा नदी के पानी से भरा जाएगा।

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