बदल रही है झारखंड में शिक्षा की सूरत, हर क्षेत्र में बच्चे बना रहे उत्कृष्ट पहचान

रांची। राज्य के सरकारी स्कूलों में बड़ा बदलाव आया है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निरंतर प्रयास का नतीजा है कि राज्य के सरकारी स्कूलों के बच्चे अब पढ़ाई के साथ-साथ पाठ्येतर गतिविधियों, विज्ञान से लेकर कला कौशल तक हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। बच्चे अपनी मेहनत और शिक्षकों के मार्गदर्शन से लगातार नयी बुलंदियों को हासिल कर रहे हैं। हर बच्चे की प्रतिभा अब प्रतिस्पर्धा का आकार लेती जा रही है, जहां हर बच्चा अपने कौशल और ज्ञान से एक नया कीर्तिमान स्थापित करने को तैयार है।
सरायकेला की अंकिता राय ने अपनी डांस प्रतिभा की बदौलत अमिट पहचान बनाई है। 11वीं साइंस की छात्रा अंकिता बताती है कि उसे बचपन से ही डांस का शौक है। उसकी मां को भी डांस का शौक था, मगर घर के हालात की वजह से उन्हें कभी डांस का मौका नहीं मिला।
रूढ़िवादी मानसिकता को पीछे छोड़कर अंकिता ने डांस से अपनी पहचान बनाई और आज ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की ब्रांड एंबेसडर चुनी गयी है। अंकिता ने साबित किया कि अगर बेटियां चाहे तो सामाजिक रूढ़िवादी बंधनों और मानसिकताओं की बेड़ियां तोड़कर समाज में अलग मुकाम हासिल कर सकती हैं।
रांची के टीवीएस 2 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय के कक्षा सात में पढ़ने वाले सुतत्व ऋजु ने गंगोत्री से देवघर तक 2500 किलोमीटर साइकिल चलाकर पर्यावरण संरक्षण एवं विश्व शांति का संदेश दिया है।
सुतत्व के पिता सौमित्रो बोराल अपने बेटे की उपलब्धि पर बताते हैं कि सुतत्व ने मात्र 12 साल की उम्र में ही 7500 किलोमीटर साइकिलिंग का रिकॉर्ड बना लिया है। उसे बचपन से ही साइकिलिंग का शौक है। सुतत्व ने कम उम्र में ही साइकिलिंग की कई प्रतियोगिताओं में प्रतिद्वंदियों को हराकर जीत अपने नाम की है। सुतत्व ने नौ साल की उम्र में ही बेतला से डाल्टनगंज 35 किलोमीटर साइकिल चलाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया था। 11 साल की उम्र में सुतत्व ने आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर 75 किलोमीटर की साइकिलिंग की थी। 2022 में सुतत्व ने 250 किलोमीटर डाल्टनगंज से नेतरहाट तक नॉन स्टॉप साइकिलिंग कर हिल क्लाइंब राइडिंग का रिकॉर्ड तोड़ा था।
सिमडेगा के एसएस 2 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के कुमार अमन और उनकी टीम ने सिमडेगा में हाल ही में आयोजित हुई जिलास्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में उत्कृष्ट मॉडल का प्रदर्शन करते हुए प्रथम पुरस्कार हासिल किया है। कुमार अमन ने अपने मॉडल में चंद्रयान 3 के रोवर की सफल लैंडिंग और स्मार्ट स्ट्रीट लाइटिंग का बेहतरीन प्रदर्शन किया। उनकी टीम में तपेश्वर मांझी, लकी बड़ाइक भी शामिल थे। तीनों ने अपने अद्भुत वैज्ञानिक प्रतिभा से आने वाले अतिथियों से जमकर प्रशंसा बटोरी। इस जिलास्तरीय प्रतियोगिता में 250 से अधिक सरकारी और निजी स्कूलों के प्रतिभागियों ने भाग लिया था।
10वीं झारखंड स्टेट रोड साइकिलिंग प्रतियोगिता 2023 में मुख्यमंत्री बालिका उत्कृष्ट विद्यालय गढ़वा की छोटी कुमारी ने स्वर्ण पदक जीतकर स्कूल का नाम रोशन किया है। छोटी दसवीं कक्षा में पढ़ती है और साइकिलिंग के क्षेत्र में ही अपना करियर बनाना चाहती है। छोटी राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाकर अब नेशनल चैंपियनशिप की तैयारी कर रही है।

This post has already been read 1825 times!

Sharing this

Related posts