दूसरे राज्यों की तर्ज पर झारखंड में भी दो वर्ष का मातृत्व अवकाश दिए जाए : अंबा प्रसाद

रांची, 19 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को शून्यकाल के जरिये विधायकों ने अपनी मांगें रखी। कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने केंद्र और दूसरे राज्यों की तरह यहां भी कामकाजी महिलाओं (विशेषकर सरकारी विभागों में) के लिए दो वर्ष का मातृत्व अवकाश दिए जाने की मांग सरकार से की। मंगल कालिंदी ने हो भाषा की पढ़ाई स्कूल से महाविद्यालयों तक सुनिश्चित करने की मांग रखी।
इसके बाद दीपिका पांडेय सिंह ने महगामा में बार एसोसिएशन का भवन उठाए जाने की मांग सरकार से की।भूषण बाड़ा ने सिमडेगा जिले में खडिया भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति की मांग रखी। इरफान अंसारी ने जामताड़ा के जयपालपुर में सात वर्षों से बंद पडे लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम को चालू करने की मांग की ताकि 12 हजार किसानों को सिंचाई का लाभ मिल सके। इरफान की मांग के बीच नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सदन में सरकार से पारा शिक्षकों, संविदा पर कार्य कर रहे कर्मियों और अन्य के विषय जब लाए जा रहे तो सरकार जवाब ही नहीं दे रही। यहां के लोगों को रोजगार नहीं देने का पाप सरकार कर रही। इसके बाद बाउरी ने भाजपा विधायकों संग सदन का बहिष्कार कर दिया।
भाजपा विधायकों के सदन से बाहर निकलने के बाद शून्य काल में समीर मोहंती, संजीव सरदार, शिल्पी नेहा तिर्की, सुनीता चौधरी सहित अन्य ने भी अपनी मांग रखी। समीर मोहंती ने बहरागोडा में 108 एंबुलेंस सेवा को तत्काल शुरू किए जाने की मांग की। उमाशंकर अकेला ने हजारीबाग में पांच किमी इको सेंसेटिव एरिया को एक किमी तक में ही सीमित किए जाने की मांग की। संजीव सरदार ने उनके विधानसभा क्षेत्र में हाईस्कूल का अभाव और इसके लिए राजेन्द्र मध्य विद्यालय को उत्क्रमित करते हाई स्कूल में बदलने की मांग की। शिल्पी नेहा तिर्की ने हाई स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पड़े 10 हजार पद और झारखंड पुलिस के 15 हजार रिक्त पदों पर बहाली किए जाने की मांग उठायी।

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