इस बार 2700 स्कूलों, 120 प्रखंड संसाधन केंद्रों (समावेशी शिक्षा) का होगा औचक निरीक्षण
रांची। प्रयास सह प्रोजेक्ट इंपैक्ट की राज्यस्तरीय अनुश्रवण के दूसरे चरण की शुरुआत अगस्त में होगी। इस बार अनुश्रवण के लिए विद्यालयों की संख्या भी बढ़ाई गयी है। अप्रैल में 700 विद्यालयों का राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया था। इस बार इस संख्या को बढ़ाकर 2700 कर दिया गया है।
प्रत्येक जिले के सौ से अधिक विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता, प्रोजेक्ट इंपैक्ट के अनुपालन संबंधी विषयों की गहनता से जांच की जायेगी। अप्रैल में अनुश्रवण हो चुके विद्यालयों का भी औचक निरीक्षण कर वहां कार्य प्रगति की जांच की जाएगी। यह निर्देश बुधवार को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक आदित्य रंजन ने समावेशी शिक्षा एवं प्रोजेक्ट इंपैक्ट से संबंधित समीक्षा बैठक में दी।
आदित्य रंजन ने कहा कि इस बार केवल सरकारी विद्यालयों का नहीं, बल्कि राज्य के 120 प्रखंड स्तरीय संसाधन केंद्रों (समावेशी शिक्षा) का भी औचक अनुश्रवण होगा। अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों द्वारा प्रत्येक जिलों के पांच रिसोर्स सेंटर्स का औचक निरीक्षण किया जाएगा। इन केंद्रों में नियमित रजिस्टर अद्यतन, शिक्षण सामग्री, बच्चों के सर्टिफिकेशन, स्वामी विवेकानंद छात्रवृत्ति योजना के कार्यान्वयन, नो कॉस्ट, लो कॉस्ट, नियमित कक्षाएं, पौधरोपण अभियान आदि की विस्तृत समीक्षा की जायेगी।
समीक्षा के बाद अनुश्रवण दल के द्वारा समीक्षा रिपोर्ट राज्य शिक्षा परियोजना को भेजा जाएगा। इस रिपोर्ट के आधार पर लापरवाह रिसोर्स शिक्षकों एवं प्रखंड संसाधन केंद्रों से संबंधित पदाधिकारियों के विरुद्ध एक्शन लिया जाएगा। इन केंद्रों में समग्र शिक्षा के अंतर्गत संचालित विभिन्न गतिविधियों की जांच के लिए अलग से कमेटी बनाई जायेगी।
आदित्य रंजन ने समीक्षा बैठक में कहा कि बेहतर प्रखंड संसाधन केंद्र (समावेशी शिक्षा) को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा पुरस्कृत एवं प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने सभी संसाधन शिक्षकों को संबंधित बीआरसी से जुड़े बेहतरीन तस्वीरें और वीडियो विहित प्रपत्र में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
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