रांची: मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2024 में बायोम इंस्टीट्यूट रांची के विद्यार्थियों ने लगातार दूसरी बार 700 मार्क्स पार किया। झारखंड के टॉपर सूची में शामिल विद्यार्थियों को गुरुनानाक स्कूल सभागार में रविवार को सम्मानित किया गया। वार्षिक सम्मान समारोह में संस्था के नीट यूजी के टॉपर विद्यार्थी एक छत के नीचे इक्कठा हुए। आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि मेडिका हॉस्पिटल के डॉ सुनील कुमार उपस्थित हुए। वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में बालपन हॉस्पिटल के निदेशक डॉ राजेश कुमार और सम्मानित अतिथि के रूप में डॉ अभिषेक रंजन, और डॉ विनिता मिश्रा शामिल हुई।
सम्मान समारोह में नीट यूजी 2024 के सफल विद्यार्थियों की सराहना की गई। मुख्य अतिथि डॉ सुनील कुमार ने विद्यार्थियों के रिजल्ट को सराहा। कहा की इस वर्ष तमाम मुश्किलों के बाद नीट यूजी का परिणाम आया, यह विद्यार्थियों के लिए मानसिक दबाव का समय था। इस परिस्थिति को पार करने के बाद विद्यार्थी अब मानसिक रूप से मेडिकल कैरियर के लिए तैयार हो चुके है। राज्य के विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्र में अपनी पहचान स्थापित कर रहे हैं। छात्राएं लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है। नीट यूजी 2024 के रिजल्ट जारी होने के बाद भी राज्य के विद्यार्थियों के रिजल्ट में कोई खास परिवर्तन नहीं आया। इससे विद्यार्थियों का परिश्रम झलकता है। राज्य में, खासकर रांची अब एजुकेशन हब बन चुका है। यहां बेहतर शैक्षणिक संस्थाएं है जो विद्यार्थियों की क्षमता को बढ़ाने का काम कर रही है। विद्यार्थियों को अपनी सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों और शिक्षकों को देना चाहिए। आने वाले दिनों में विद्यार्थी और बेहतर करने का प्रयास करे। राज्य व देश को प्रशिक्षित डॉक्टर की जरूरत है, इसके लिए लगातार खुद को तैयार करे।
विशिष्ठ अतिथि डॉ राजेश कुमार व अन्य अतिथियों ने मौके पर नीट यूजी 2024 के सफल छात्रों को मोमेंटो, कैश प्राइज का चेक और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। नीट यूजी की रांची टॉपर छात्रा हलिमा महजबीन को उनके श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए ट्रॉफी और 1.25 लाख रुपए का चेक दिया गया। वहीं, संस्था की सेकेंड टॉपर फैजान अख्तर को 80 हजार रुपए, आयुष कुमार पांडेय को 75 हजार रुपए, आयुष कुमार को 75 हजार रुपए, किरण कुमारी को 50 हजार रुपये और गुलाम दस्तगीर को 30 हजार रुपए का कैश प्राइज और ट्रॉफी सौंपा। डॉ राजेश ने विद्यार्थियों को अपने अनुभवों से प्रेरित किया। बताया कि मेडिकल कॉलेज के दिनों में कैसे पढ़ाई के साथ प्रशिक्षण हासिल किया जा सकता है। विद्यार्थी अब अपने आने वाले दिनों में इस बदलाव को महसूस कर खुद को स्थापित करने की यात्रा में आगे बढ़ेंगे। समय के साथ नयी चुनौतियों को अपनाने और उसमें बेहतर करने के लिए तैयार रखना होगा।
बताते चले की इस वर्ष नीट यूजी 2024 के रैंक लिस्ट में छात्रा हलिमा महजबीन (701 मार्क्स) हासिल करने में सफल रही है। इसके अलावा बायोम इंस्टीट्यूट के सफल छात्र-छात्राओं में पैजान अख्तर (692 अंक), आयुष कुमार पांडेय (690 अंक), आयुष कुमार (690 अंक), किरण कुमारी (687 अंक), गुलाम दस्तगीर (682 अंक), कोशवी (681 अंक), कुंदन (681 अंक), प्रियांशु (680 अंक), प्रवेज (680 अंक), अनिल (680 अंक), प्रेम (680 अंक) विशाल (675 अंक), लव कुमार (675 अंक), मारीय (675 अंक) समेत अन्य ने नीट यूजी में सफलता हासिल की है।
बायोम इंस्टीट्यूट के एमडी सह निदेशक पंकज सिंह ने सफल विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पांच मई को आयोजित नीट यूजी 2024 प्रवेश परीक्षा में बायोम इंस्टीट्यूट से 1473 विद्यार्थी शामिल हुए हैं। तमाम चुनौतियों के बाद दोबारा रिजल्ट जारी किया गया। इसमें संस्था के विद्यार्थियों ने अपने कठिन परिश्रम और लगन को साबित किया। दोबारा जारी हुए रिजल्ट में भी संस्था के 1427 विद्यार्थियों के प्राप्त अंक में खास बदलाव नहीं आया। 70 से अधिक ऐसे विद्यार्थी है, जिन्होंने परीक्षा में 650 से अधिक अंक हासिल किया। वहीं, 130 से अधिक विद्यार्थी 600 से अधिक अंक हासिल करने में सफल रहे। संस्था से सफल हुए विद्यार्थी आने वाले दिनों में 183 से अधिक विद्यार्थी सरकारी मेडिकल कॉलेज में नामांकन ले सकेंगे।
नीट यूजी प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थी बेहतर प्रदर्शन कर सके इसके लिए संस्था के शिक्षक लगातार प्रयासरत रहते है। विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक माहौल देने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही हैं। विद्यार्थियों के बेहतर गाइडेंस के लिए उच्च स्तरीय स्टडी मटेरियल उपलब्ध कराया जाता है। वहीं, समय-समय पर विद्यार्थियों का मूल्यांकन करने के लिए नियमित रूप से क्लासरूम टेस्ट सीरीज और ऑल इंडिया लेवल टेस्ट सीरीज का आयोजन किया जाता है। इससे शिक्षक विद्यार्थियों का मूल्यांकन समय-समय पर करते रहते हैं। पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थियों को भी चिह्नित कर उनकी विषय संबंधी परेशानी को डाउट क्लास से दूर किया जाता है। बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को रैंकर और रेसर बैच में शामिल किया जाता है, जिनकी खास मॉनिटरिंग कर उन्हें प्रवेश परीक्षा में बेहतर अंक हासिल कैसे करें की प्रेरणा लगातार दी जाती है। संस्था से जुड़ने वाले विद्यार्थियों को फुडिंग एंड लॉजिंग की सुविधा दी जाती है, जिससे बच्चे लगातार शिक्षकों के संपर्क में रह कर अपनी तैयारी कर सकें।
विद्यार्थियों की सफलता का श्रेय अभिभावकों के साथ-साथ संस्थान के शिक्षकों को जाता है। विद्यार्थियों के बेहतर प्रदर्शन का श्रेय संस्था के शिक्षक प्रशांत कौशिक, पीके सौरभ, प्रिया कुमारी, रोशन कुमार, रजनीश कुमार, निर्भय सिंह, संतोष कुमार, अभिजीत प्रधान, तनवीर आलम, अनिल कुमार, विमल कुमार शुक्ला, अभिषेक कुमार, डॉ शशिकांत कुमार, अमिताभ मिश्रा, चंदन गुप्ता, गरिमा, सुनील, अरविंद, हेमंत, मनीष, अजिताभ, रूपक, आशुतोष आनंद समेत अन्य मौजूद थे।
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