खूंटी। जरियागढ़ राज के अंतिम राजा की 40पहं पुण्यतिथि पर कर्रा प्रखंड के कैंची मोड़ में सोमवार को गरीबों के बीच कंबलों का वितरण किया गया और पाहन, पुजारी समेत कई गणमाण्य लोगों को पगड़ी पहनाकर और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर लाल विजय नाथ शाइदेव ने बताया कि ठाकुर महेेंद्र नाथ शाहदेव का जन्म चार जनवरी 1896 को और निधन 29 जनवरी 1983 को हुआ था। ठाकुर वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए जाने जाते थे।
उन्होंने कर्रा स्थित ईंद वन को भारतीय रिजर्व वन को सौंप दिया था। उन्होंने ब्रिटिश काल में न्यायिक कार्यों का भी वहन किया था। लाल विजय नाथ शहदेव ने बताया कि विनाबा भावे के भूमि दान आंदोलन से प्रभावित होकर जरियागढ़ में स्कूल के लिए 18 एकड़ भूमि का दान किया था। उन्होंने बताया कि कैची मोड़ पर एक साथ ठाकुर महेंद्र नाथ शाहदेव उनके पुत्रों की प्रतिमा स्थापित की जायेगी। इसकों लेकर खूंटी के उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जायेगा और कैंची मोड़ का नामकरण ठाकुर महेंद्र नाथ शाहदेव चौक करने की मांग की जायेगी।
This post has already been read 3100 times!