देवघर। आसनसोल मंडल रेल के जसीडीह रेलवे स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट के सुरक्षा बलों के अथक प्रयास से महीनों से भटकी छत्तीसगढ़ की 40 वर्षीय महिला को आश्रय मिला। आरपीएफ पोस्ट के निरीक्षक एनके मिश्रा ने बताया कि यात्री सुरक्षा अभियान स्टेशन के प्लेटफार्म न्यू सर्कुलेटिंग एरिया एवं ट्रेनों में चलाया जा रहा था। इस दौरान प्लेटफॉर्म नंबर 1 के पार्सल के समीप एक महिला को देखा गया जो रो रही थी। सुरक्षा बलों की पूछताछ में महिला ने अपना नाम सुलक्ष्मी देवी (40) पति श्यामलाल भुई, साकिन पिथौरा, थाना सोना सिल्ली छत्तीसगढ़ बताया। उसने बताया कि एक महिला समूह में भादो माह में पूजा पाठ करने के लिए बैजनाथ धाम आई थी, जहां पूजा पाठ के बाद भटक गई। महीनों से स्टेशन के आसपास भटक रही है। खाना-पीना के बारे में उसने बताया कि उसके पास जितने रुपये थे उससे वह अपना गुजारा कर रही थी। आरपीएफ के मेजर विजय कुमार अमरनाथ सैनी ने व्हाट्सएप के माध्यम से छत्तीसगढ़ के कई थानों से संपर्क किया गया और महिला का फोटो भी भेजा गया। इसके बाद महिला की पहचान उसके दामाद ने की। विशेष सुरक्षा के लिए महिला को तब तक के लिए महिला थाना देवघर में रखा गया है। परिजन के आने पर उन्हें सुपुर्द किया जाएगा।
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