चेन्नई। महेंद्र सिंह धोनी की गैर मौजूदगी में चेन्नई सुपर किंग्स इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच हार गई। कप्तान धोनी बीमार होने के चलते मुंबई के खिलाफ चेपॉक में खेले गए मैच का हिस्सा नहीं बने थे। मुंबई के खिलाफ 46 रनों से मिली इस हार के साथ चेपॉक में सीएसके का अजेय होने का रिकॉर्ड टूट गया। विजेता टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने भी माना कि धोनी की गैर मौजूदगी का प्रभाव किसी भी टीम के लिए गहरा होगा। मैच प्रेसेंटेशन के दौरान रोहित ने कहा, “अगर धोनी टीम में नहीं होते तो किसी भी विपक्षी टीम का उत्साह बढ़ता है। उनकी मौजूदगी किसी टीम के लिए बहुत कुछ करती है। जब चेज करते समय वो टीम में नहीं होते हैं तो चीजें मुश्किल हो जाती हैं। उन्हें (चेन्नई टीम को) उसकी कमी खली होगी। वो बीमार थे, इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है।” रोहित ने बताया कि टॉस हारना उनकी टीम के लिए अच्छा ही रहा क्योंकि जीतकर वो भी चेज करने का फैसला करते जो कि चेन्नई के लिए गलत साबित हुआ। मुंबई के कप्तान ने कहा, “टॉस हारना अच्छा रहा, हम भी चेज ही करने वाले थे। हमें पता था हम पहले बल्लेबाजी करें या गेंदबाजी, हमें अच्छा क्रिकेट खेलना होगा। हम टॉस को नियंत्रित नहीं कर सकते थे।” रोहित ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48 गेंदो पर 67 रनों की पारी खेलकर मुंबई को शानदार शुरुआत दिलाई और प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता। अपने प्रदर्शन को लेकर इस भारतीय बल्लेबाज ने कहा, “मैं अच्छे हिट लगा रहा था, लेकिन बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पा रहा था। किसी भी समय मैं परेशान नहीं था, मैंने केवल अपने आप को बैक किया। मुझे पता था कि ये दिन जरूर आएगा।” कप्तान ने युवा स्पिनर राहुल चाहर (4/21/0) की भी तारीफ की। चाहर ने कहा, “वो (राहुल चाहर) आत्मविश्वास से भरा लड़का है। वो बहुत स्पष्ट तरीके से योजना को लागू करता है और इससे मेरा काम आसान हो जाता है। वो जानता है कि उसे क्या करना है और टीम उससे क्या चाहती है। उसके पास वैरिएशंस हैं। वो ना केवल हमारे लिए, बल्कि भारत के लिए भी एक अच्छी संभावना है।” चेन्नई के खिलाफ जीत के साथ मुंबई 14 अंक लेकर अंकतालिका में दूसरे नंबर पर आ गई है और प्लेऑफ में पहुंचने से एक कदम दूर है। इस बारे में कप्तान ने कहा, “हम अभी प्लेऑफ में पहुंचे नहीं हैं। हमें इसी लय मे बने रहना होगा। अगले तीन मैच- दो कोलकाता के खिलाफ और एक हैदराबाद के खिलाफ है। बतौर टीम हमें आगे बढ़ना है, हमें पता है कि क्या करना है। हमें बुरे से ज्यादा अच्छे दिन चाहिए। हम अपनी हार से सीखे हैं।”
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