चेन्नई। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ पहले वनडे में रवींद्र जडेजा के रनआउट पर मैदानी अंपायर के डीआरएस रेफरल में देरी करने और अपने ही फैसले को पलटने पर नाराज़गी जताई है। चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में रविवार को भारत और विंडीज़ के बीच वनडे में पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेज़बान टीम की पारी में जडेजा रनआउट हो गये थे, लेकिन मैदानी अंपायर ने इस दौरान अंपायर समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) लेने में देरी की जिससे भारतीय कप्तान काफी नाराज़ दिखे। विराट ने मैच के बाद कहा, ‘‘हम 15-20 रन और बना सकते थे यदि आखिर में ऐसा न हुआ होता।’’ मैच के 48वें ओवर में जडेजा एक रन के लिये भागे तभी नॉन स्ट्राइक छोर से रोस्टन चेज़ ने सीधे गेंद को स्टम्प्स पर मारा, लेकिन ऐसा लगा कि जडेजा तब तक लाइन पार कर चुके थे और अंपायर शॉन जार्ज ने उन्हें नॉट आउट घोषित कर दिया। हालांकि रिप्ले में दिखा कि जडेजा समय पर लाइन तक नहीं पहुंचे थे। इसके बाद वेस्टइंडीज़ ने दूसरी बार अपील कर दी जिससे अंपायर जार्ज को थर्ड अंपायर की मदद लेनी पड़ी। विराट इस घटनाक्रम के दौरान काफी नाराज़ दिखाई दे रहे थे और मैच के बाद उन्होंने यह साफ भी कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘यह काफी सरल था कि फील्डर ने पूछा अौर अंपायर ने कहा कि नॉटआउट। यह बात यहीं खत्म हो जाती है। लेकिन आप इसके बाद रेफरल ले रहे हैं। जो लोग बाहर बैठे हैं और टीवी पर मैच देख रहे हैं वह अंपायर को यह नहीं बता सकते कि उन्हें फैसले की दोबारा समीक्षा करनी है या नहीं।’’
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