जींद । एक साल पहले बनी जेजेपी पार्टी दुष्यंत चौटाला के एक्टिव मोड के चलते पूरे चर्चा में है। हरियाणा प्रदेश में दस सीटे लेकर किंग मेकर बनी पार्टी भाजपा के साथ प्रदेश में सत्ता की हिस्सेदार है। दुष्यंत चौटाला प्रदेश के डिप्टी सीएम है। सरकार में उनकी हिस्सेदारी कितनी अहम है इसका अंदाजा उनको दिए गए 11 अलग-अलग विभागों से लगाया जा सकता है। दुष्यंत चौटाला सिरसा में आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में साफ कर चुके है कि वो पांच महीने नहीं बल्कि पांच साल तक स्थिर सरकार देंगे। वो राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी की तरह हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे है। 16 प्रतिशत मत प्राप्त करके राज्य पार्टी का दर्जा मिलने के बाद उनकी नजर अब जेजेपी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने पर है। सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात से उनका भाजपा के साथ लंबी पारी खेलने का मूड नजर आने लगे है।
देवीलाल, अटल बिहारी व नरेंद्र मोदी, दुष्यंत की फोटो एफबी पर शेयर
जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला को पूर्व उप प्रधानमंत्री स्व. देवीलाल की परछाई बताया जा रहा है। देवीलाल परिवार के शुरू से ही भाजपा के साथ संबंध अच्छे रहे है। देवीलाल, अटल बिहारी वाजपेयी एवं पीएम नरेंद्र मोदी, दुष्यंत चौटाला की फोटो खूब एफबी पर शेयर की जा रही है। जिस तरह से पीएम नरेंद्र मोदी, दुष्यंत चौटाला फोटो में दिख रहे है उससे साफ लग रहा है कि दोनों एक-दूसरे का साथ लंबे समय तक चाहते है। फोटो में पीएम नरेंद्र मोदी दुष्यंत चौटाला की कलाई को कड़े से पकड़े नजर आ रहे है। दोनों की मुलाकात से राजनीति गलियारों में चर्चा हो गई है कि दोनों दल लंबे समय तक अब राजनीति करते भविष्य में नजर आएंगे।
दिल्ली चुनाव में हो सकता है गठबंधन
राष्ट्रीय पार्टी बनने की राह पर निकली जेजेपी का पहला कदम दिल्ली चुनाव है। दुष्यंत चौटाला भाजपा के साथ मिलकर यह चुनाव लड़ सकते है। जो प्रदेश के बॉर्डर पर दिल्ली विधानसभा की आठ से दस सीटें है वो सीट वो गठबंधन होने पर मांग सकते है। दिल्ली चुनाव में इनेलो से अलग होने से पहले इनेलो में रहते हुए कार्य कर एक सीट इनेलो को दुष्यंत चौटाला ने दिलवाई थी। युवाओं के उनकी पकड़ अच्छी होने के साथ-साथ जाट मतदाता दिल्ली बॉर्डर विस में होने के चलते ये सीटे दुष्यंत को देना भाजपा के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
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