मुंबई। टाटा स्टील बीएसएल की ओर से चालू वित्त वर्ष के दौरान कच्चे स्टील के उत्पादन तथा बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं। टाटा स्टील बीएसएल ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपनी रैंप अप योजना के अनुसार उत्पादन क्षमता में सुधार जारी रखा है। वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर सात फीसदी से अधिक का प्रोडक्शन लक्ष्य को हासिल कर लिया है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय इस्पात बाजार के साथ ही घरेलू बाजारों में सुस्त मांग के बीच पिछले साल की तुलना में इस साल बेहतर नतीजे की उम्मीद लगाई है। टाटा स्टील बीएसएल लिमिटेड ने बाजार नियामक को सूचित किया है कि कंपनी ने अस्थायी तौर पर (प्रोविजनल) वित्त वर्ष 2019-20 की प्रथम तिमाही में हुए उत्पादन तथा बिक्री के आंकड़े पेश किए हैं। इस नतीजों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही में 10.5 लाख टन क्रूड स्टील का उत्पादन किया गया था। इसके मुकाबले वित्त वर्ष 2019-20 की प्रथम तिमाही में कंपनी ने 11.2 लाख टन क्रूड स्टील का उत्पादन करने में सफलता पाई है। इसी तरह, वित्त वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही में कंपनी ने 8.5 लाख टन क्रूड स्टील की वास्तविक बिक्री की थी, जिसके मुकाबले वित्त वर्ष 2019-20 की प्रथम तिमाही में कंपनी ने 8.6 लाख टन कच्चे स्टील की बिक्री करने में सफलता पाई है। उल्लेखनीय है कि टाटा स्टील ने भूषण स्टील लिमिटेड (बीएसएल लिमिटेड) का अधिग्रहण कर लिया है। अधिग्रहण के बाद टाटा स्टील बीएसएल लिमिटेड के रूप में नई कंपनी का गठन हुआ और यह भारत का पांचवां सबसे बड़ा स्टील उत्पादन कंपनी बन गई। 31 मार्च 2019 तक 5.6 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) की मौजूदा उत्पादन क्षमता वाली कंपनी भी बन गई है। भारत के सबसे बड़े कोल्ड रोल्ड स्टील प्लांट के साथ ही देश में ऑटोमोटिव ग्रेड और उच्च कार्बन विशेष इस्पात के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ताओं में से भी एक बन गई है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2018-19 में 3021.42 मिलियन डॉलर यानी लगभग 20,892 करोड़ रुपये का सकल राजस्व प्राप्त किया है।
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