लंदन। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू एशेज सीरीज शुरू होने से पहले इंग्लिश तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड अपनी फॉर्म को लेकर संघर्ष कर रहे थे। लेकिन सभी को चौंकाते हुए उन्होंने एशेज सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया और पैट कमिंस (29) के बाद सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बने। ब्रॉड ने एशेज सीरीज में कुल 23 विकेट लिए, जिसमें केवल ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज डेविड वार्नर के ही सात विकेट शामिल हैं। ब्रॉड के इस प्रदर्शन ने पूर्व तेज गेंदबाज रिचर्ड हेडली का ध्यान आकर्षित किया। न्यूजीलैंड के पूर्व दिग्गज ने कहा कि ब्रॉड महान क्रिकेटर बनने की कगार पर हैं। हेडली ने न्यूजीलैंड की वेबसाइट स्टफ को दिए बयान में कहा, “उसे इस तरह से परिपक्व होते देखना और ऐसा प्रदर्शन करते देखना, वो वाकई महानता की कगार पर है। उसने मेरे सारे विकेट पार कर लिए हैं और जिमी एंडरसन के साथ उसका गेंदबाजी कॉम्बिनेशन उन्हें नई गेंद के साथ इतिहास का सबसे खतरनाक गेंदबाजी अटैक बनाता है। ये एक बेहतरीन प्रदर्शन था।” बता दें कि ब्रॉड अपने करियर की शुरुआत से ही हेडली को अपना आदर्श मानते आए हैं और पिछले साल अपनी गेंदबाजी में सुधार करने के लिए उनसे सुझाव लेने पहुंचे थे। जिसके बाद ही ब्रॉड ने एशेज में शानदार गेंदबाजी का नमूना दिखाया। हालांकि हेडली ने इसका श्रेय लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, “मैं श्रेय नहीं ले सकता क्योंकि सलाह तो सलाह है और आपको मैदान पर जाकर उसे अपनाकर प्रदर्शन करना होता है। उसने ऐसा किया।” हेडली ने 33 साल के ब्रॉड को गेंदबाजी में सटीकता और स्थिरता बनाए रखने के लिए रन-अप छोटा करने की सलाह दी, जैसा कि उन्होंने खुद भी किया था। इस पर उन्होंने कहा, “इससे मेरे शरीर पर तनाव और दबाव कम हुआ और चोट भी कम हुई, मैं लंबे स्पेल में गेंदबाजी कर सकता था और तरोताजा होकर जल्दी वापसी कर सकता था। मुझे अपनी लय को बेहतर बनाना पड़ा और खुद को स्टंप्स के पास गेंदबाजी करने की आजादी दी।” पूर्व न्यूजीलैंड क्रिकेटर ने आगे कहा, “मेरा पेस शायद थोड़ा कम हुआ लेकिन मैंने खुद को निरंतर और विश्वसनीय बनाकर इस कमी को पूरा किया। मैंने सीम और स्विंग की काबिलियत हासिल की और इसके बाद भी मैं शॉर्ट गेंद डालकर बल्लेबाज को पीछे धकेल सकता था। मैंने उससे (ब्रॉड से) इसी बारे में बात की।” गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज ड्रॉ कराने के बाद इंग्लैंड का अगला मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ ही है। कीवी बल्लेबाजों के ब्रॉड का सामना कर पाने के सवाल पर उन्होंने कहा, “मैं नहीं चाहूंगा कि कोई भी असफल हो। अगर आप विपक्षी टीम को हराने के काबिल हैं तो फिर ईमानदारी से खेलें और उसे संभालने के लिए हमें (न्यूजीलैंड) अच्छा प्रदर्शन करना होगा।”
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