मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में रहने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे एक श्रीलंकाई तमिल परिवार का निर्वासन शुक्रवार तक टल गया है। तमिल दंपति की सबसे छोटी बेटी की वीजा नवीनीकरण की अपील पर सुनवाई कर रही एक अदालत ने प्रत्यर्पण पर रोक लगाने का आदेश दिया है। तमिल दंपति प्रिया और नदेसलिंगम ऑस्ट्रेलिया में जन्मीं अपनी दो बच्चियों के साथ ऑस्ट्रेलिया में रहने के लिए लड़ाई लड़ रहे है क्योंकि उन्हें श्रीलंका में उत्पीड़न का डर है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने परिवार को श्रीलंका प्रत्यर्पित किए जाने से रोके जाने में हस्तक्षेप करने से सोमवार को इनकार करते हुए कहा कि इस अपवाद से केवल मानव तस्करी का कारोबार बढ़ेगा। परिवार अभी क्रिसमस द्वीप पर बने एक हिरासत केंद्र में रह रहा है। मेलबर्न में संघीय अदालत ने शुक्रवार तक रोक बढ़ा दी है। परिवार के वकील ने दलील दी कि दो साल की तारनिका की याचिका पर अभी आव्रजन मंत्री डेविड कोलमैन ने विचार नहीं किया है। एबीसी न्यूज के अनुसार, मंत्री ने परिवार के वकील को सलाह दी थी कि विभाग लड़की की वीजा नवीनीकरण की याचिका को मंजूर नहीं करेगा और उसके मामले का आकलन किया जा चुका है। प्रिया और नदेसलिंगम 2012 में नौका से ऑस्ट्रेलिया आये थे और 2013 में उन्होंने शरण मांगी थी। ऑस्ट्रेलिया में जन्मीं उनकी बेटियां कभी भी श्रीलंका नहीं गई है।
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