वल्र्ड ओजोन-डे पर विशेष: बचाएं अपने सुरक्षा कवच को

दोस्तों, 16 सितंबर को वल्र्ड ओजोन-डे है। ओजोन लेयर के लगातार पतला होते जाने और उसमें हुए होल से दुनिया के सभी देश चिन्तित हैं। हम रोजाना इससे जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे हैं। चाहे सूरज का आग उगलना हो या स्किन प्रॉब्लम्स का बढना, पर हम कुछ छोटे-छोटे कदम उठाकर पृथ्वी को इसके प्रभाव से बचा सकते हैं…

क्या है ओजोन लेयर

ओजोन लेयर हमारे वायुमंडल में मौजूद ऑक्सीजन एटम से बनी एक परत है, जो हानिकारक अल्ट्रा वॉयलेट (यू.वी.) रेडिएशन को पृथ्वी के अंदर आने से रोकती है। बढ़ते प्रदूषण के कारण इस लेयर में एक छेद हो गया है, जो कि लगातार बढ़ रहा है। सभी क्लाइमैटिक चैंजेस इसी के कारण हो रहे हैं।

एसी-कूलर की जगह पंखा

एसी, रेफ्रीजरेटर में कूलेंट का इस्तेमाल होता है, जो कि कार्बन डाइऑक्साइड रिलीज करते हैं। एसी की बजाय पंखे का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा आप स्कूल और घर दोनों जगह कर सकते हैं। साथ ही, अपने दोस्तों को भी इस बारे में बता सकते हैं।

वाहनों का कम उपयोग हो

सड़कों पर जितने ज्यादा वाहन चलेंगे, उतना ही प्रदूषण अधिक होगा। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि हम वाहनों यानी गाडियों का जितना हो सके उपयोग कम करें। वॉकिंग डिस्टेन्स हो तो पैदल ही चलें और अपने पैरेंट्स और फ्रेंड्स से भी ऐसा करने के लिए कहें। इससे वातावरण में प्रदूषण कम होगा। उन्हें गाड़ी भी कम स्पीड पर चलाने के लिए कहें, क्योंकि इससे कम कार्बन डाई ऑक्साइड निकलता है।

कम बिजली के यूज से

हमें इस तरह की चीजें उपयोग में लानी चाहिए, जिसमें बिजली की जगह सोलर या विंड पॉवर का उपयोग होता हो, क्योंकि ये नॉन रिनुवेबल एनर्जी हैं, जो कि पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं।

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