दुराचारियों पर प्रहार करती ‘सेविंग सीता’

हरि पंडित की लघु फिल्म का प्रदर्शन 24 को

रांची/मुंबई : हरि पंडित, यह नाम है विजुअल इफेक्ट की दुनिया में 12 वर्ष देनेवाले एक ऐसे शख्स का, जो अब लघु फिल्म की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं। 2019 में ‘काला चश्मा एंटरटेंमेंट’ के अन्तर्गत उन्होंने फिल्म ‘सेविंग सीता’ (शार्ट फिल्म) बनायी है। इस फिल्म के निर्देशक विक्कास विक्स हैं, जबकि निर्माता : हरि पंडित और अनामिका पंडित हैं। 2017 में हरि पंडित ने अपनी फिल्म निर्माण कम्पनी बनायी थी। 24 जनवरी 2020 को प्रदर्शित होनेवाली अपनी फिल्म के बारे में एक ‘खास बातचीत’ में हरि पंडित ने ‘एवीएन पोस्ट’ के संदीप पाठक को बतलाया कि आज के समय में जो महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है, उसमें राम सीता को रावण से कैसे बचता है, इसका उल्लेख किया गया है। उन्होंने कहा कि जो शख्स किसी भी महिला के साथ हो रहे अत्याचार का विरोध करता है और उसे बाहर निकालता है, वह राम है और जो महिला उस दिक्कत में फंसती है, वह सीता है। इसी चरित्र को फिल्म में फिल्माया गया है। हरि पंडित ने बताया कि इस फिल्म को एक बच्चे के नजरिये से बनाया गया है, जिसमें एक बच्चे का नाम राम होता है और वह एक स्कूल में पढ़ता है। वहां उस समय बच्चों को रामायण पढ़ाया जाता है और वह बच्चा अपनी मां की तुलना सीता से करता है। खुद को राम बताता है, जबकि जो उसकी मां से बदसलूकी करता है, उसकी वह रावण से तुलना करता है। वह सोचता रहता है कि अपनी मां को उस रावण से कैसे बचाया जाये। उन्होंने कहा, ‘यह फिल्म बहुत ही मजेदार तरीके से बनायी गयी है। आप भी देखिएगा, यह शार्ट फिल्म 24 जनवरी 2020 को यूट्यूब पर रिलीज होगी। यह एक अच्छी फिल्म है, आप जरूर देखें।’
उल्लेखनीय है कि हरि पंडित की एक और शॉर्ट फिल्म ‘चिल्लर’ है, जो 2021 में यूट्यूब पर रिलीज होगी। एवीएन पोस्ट से संदीप पाठक ने उनकी फिल्म के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं। उम्मीद जतायी कि उनकी यह फिल्म हमारे समाज में बदवाल लेकर आये और लोगों को इस फिल्म से कुछ अच्छा सीखने को मिले।
हरि पंडित ने अपने दर्शकों और पाठकों से अपील की है कि अपनी व्यस्त जिन्दगी में थोड़ा समय निकालें। न सिर्फ आपने परिवार के लिए, बल्कि अपने समाज में रह रहे लोगों के लिए भी समय निकालें…मानवता को बरकरार रखें। रोड पर एक्सीडेंट होने पर लोग वीडियो शूट करने में लग जाते हैं या कहीं कोई क्राइम हो रहा हो, तो लोग उसका विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। यह परोक्ष रूप से क्राइम को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा, ‘लोग सबकी मदद करें, हो सकता है कल गये आपको किसी की मदद की जरूरत हो और आपको मदद नहीं मिले। ‘

This post has already been read 7427 times!

Sharing this

Related posts