समीक्षा बैठक शुरू, बाजार को रेपो रेट में कटौती की उम्मीद

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक आज शुरू हो गई | बैठक सोमवार से बुधवार तक चलेगी। चालू वित्त वर्ष 2019-20 में भारतीय रिजर्व बैंक की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक सोमवार, 3 जून से शुरू हुई है। इस बैठक के नतीजे गुरुवार, 6 जून 2019 को आएंगे। बाजार को उम्मीद है कि आरबीआई रेपो रेट में 0.25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर सकता है। फिलहाल नीति रेपो दर 6.00 फीसदी और प्रत्‍यावर्तनीय रेपो दर 5.75 फीसदी पर है, जबकि सीमांत स्‍थायी सुविधा दर और बैंक दर 6.25 पर बरकरार है। लोकसभा चुनाव के बाद शेयर बाजार की नजर आरबीआई की मौद्रिक नीति पर टिकी हुई है। आरबीआई के समक्ष बढ़ती बेरोजगारी और मंहगाई की दर को नियंत्रित करने की चुनौती होगी। इसके अलावा घटती जीडीपी दर को लेकर भी चिंताजनक स्थिति बन रही है। अप्रैल की समीक्षा बैठक में भी रिजर्व बैंक ने रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर छह प्रतिशत कर दिया था। फरवरी 2019 में भी आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी, जिससे रेपो रेट 6.5 फीसदी से घटकर 6.25 फीसदी हो गया था। यह कटौती करीब डेढ़ साल के अंतराल के बाद की गई थी। आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक से पहले पिछले सप्ताह शुक्रवार को जो आंकडे सामने आए हैं, वह काफी चौंकाने वाले हैं। जनवरी-मार्च 2019 तिमाही में देश की विकास दर घटकर 5.8 फीसद रह गई है। यह जीडीपी की दर पांच साल के निचले स्तर है। इसके अलावा, प्रमुख आठ इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स की विकास दर भी अप्रैल में गिरकर 2.6 फीसद पर आ गई। वित्तीय घाटा हालांकि वित्त वर्ष  2018-19 में जीडीपी के 3.4 फीसद लक्ष्य के दायरे में रहा है, लेकिन बेरोजगारी दर सरकार के लिए चिंताजनक मसला है। पिछले हफ्ते जारी बेरोजगारी दर के आंकड़ों के अनुसार, देश में बेरोजगारी जुलाई 2017 से लेकर जून 2018 के दौरान एक साल में 6.1 फीसदी रही है, जो पिछले 45 साल के अन्दर का ऊंचा स्तर है।

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