वाशिंगटन: अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक जंग में सुलहनामे की सभी उम्मीदें ख़त्म होती जा रही है, वहीं यह भी कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ”हांगकांग मानवीय अधिकार और डेमोक्रेसी एक्ट ” पर हस्ताक्षर कर देते हैं, तो इससे अमेरिका और चीन के बीच रिश्ते और अधिक ख़राब हो सकते हैं। चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि ट्रम्प का हांगकांग मानवीय अधिकार और डेमोक्रेसी एक्ट पर हस्ताक्षर करना उसके अंदरूनी मामले में हस्तक्षेप करना है। इसके बावजूद वह पूरे प्रकरण पर निगाहें लगाए हुए है। इस बिल पर कांग्रेस के दोनों सदनों के सदस्य उत्साहित हैं। इसे देखते हुए लगता है कि राष्ट्रपति वीटो का इस्तेमाल नहीं करेंगे। रिपब्लिकन सिनेटर मार्कों रूबियो ने आशा जताई है कि राष्ट्रपति इस पर हस्ताक्षर कर देंगे। इससे हांगकांग के ख़िलाफ़ राजनयिक और आर्थिक प्रतिबंधों का दौर शुरू हो जाएगा। रूबियो ने दावा किया है कि इस एक्ट को लेकर कांग्रेस के सदस्य बड़े उत्साहित हैं। ट्रम्प ने इस एक्ट के बारे में अभी तक कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। उन्होंने बुद्धवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि वह चाहते हैं कि चीन अमेरिकी शर्तें मान ले पर ऐसा उसने नही किया है। इधर अमेरिका और चीन के बीच पिछले सतरह महीनों से कारोबारी जंग से अमेरिका और चीन दोनों के व्यापार को गृहण लग चुका है। उम्मीद की जा रही है कि ट्रम्प 15 दिसंबर से चीन से आयातित माल पर अतिरिक्त शुल्क लगा देंगे। विदित हो, राष्ट्रपति ट्रम्प और चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग के बीच शिखर वार्ता में कारोबारी जंग को लेकर कुछेक विवादास्पद मुद्दों पर अंतिम निर्णय लिया जाना था। यह शिखर वार्ता एशिया प्रशांत सहयोग परिषद की चिली में होने वाली बैठक में लिया जाना था, लेकिन वार्ता रद्द होने के कारण कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है।
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