नई दिल्ली। डिजिटल भुगतान कंपनी पेटीएम के जनक वन-97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) ने सोमवार को कहा कि उसने निवेशकों के समूह से एक अरब डॉलर जुटाए हैं। इस राउंड की अगुवाई अमेरिकी असेट मैनेजर टी.रो. प्राइस ने की थी। इस राउंड में पेटीएम की मौजूदा निवेशकों एंट फाइनेंशियल और सॉफ्टबैंक विजन फंड ने भी भागीदारी की। पेटीएम की यह फंडिंग इस साल किसी भारतीय स्टार्टअप की ओर से जुटाई गई सबसे बड़ी रकम है।
पेटीएम के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने कहा कि वर्तमान और नए निवेशकों द्वारा किया गया नया निवेश, नए युग की वित्तीय सेवाओं के साथ भारतीयों की सेवा करने की कंपनी की प्रतिबद्धता का पुन: पुष्टि करता है। जुटाई गई नई राशि के बाद पेटिएम अब 16 अरब डॉलर की कंपनी बन गई है। उन्होंने बताया कि नए निवेश में सॉफ्टबैंक ने 20 करोड़ डॉलर, जबकि एंट फाइनेंशियल ने 40 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। अब तक पेटीएम ने करीब 3.5 अरब डॉलर का निवेश जुटाया है। पेटीएम ने पिछली बार 30 करोड़ डॉलर वॉरेन बफेट की बर्कशर हैथवे से सितम्बर 2018 में जुटाए थे। तब उसकी वैल्यू 10 अरब डॉलर लगी थी। उसके बाद से यह पहला प्राइमरी इन्वेस्टमेंट है।
उल्लेखनीय है कि ओसीएल ने पेटीएम ने अपने विकास के पहले चरण में स्थानीय दुकानों और खुदरा विक्रेताओं में क्यूआर-कोड प्रौद्योगिकी का उपयोग करके भारत में कम लागत वाले डिजिटल भुगतानों की स्वीकार्यता का बीड़ा उठाया है। वर्तमान में ओसीएल 650 से अधिक जिलों में फैले 2,000 से अधिक कस्बों और शहरों में व्यापारियों की सेवा कर रहा है। अब पेटीएम का उद्देश्य ग्रामीण भारत में कम लागत वाली मोबाइल सक्षम वित्तीय सेवाओं को लाना है।
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