नई दिल्ली।
आखिरकार राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण(एनसीएलटी) ने बाबा रामदेव की
कंपनी पंतजलि आर्युवेद को रुचि सोया के अधिग्रण की मंजूरी दे दी है।
एनसीएलटी ने पतंजलि को यह मंजूरी 4,350 करोड़ रुपये की संशोधित बोली को दी
है। इसकी पुष्टि पतंजलि के प्रवक्ता अभिषेक राजपूत ने हिन्दुस्थान
समाचार से बातचीत के दौरान शुक्रवार को की। खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया पर
बैंकों का 9,345 करोड़ रुपये का बकाया है। न्यायाधिकरण ने अपने फैसले में
कहा कि यह मंजूरी इस बात पर निर्भर करेगी की समाधान पेशेवर को सुनवाई की
अगली तारीख 01 अगस्त,2019 से पहले 600 करोड़ रुपये के कोष के सही स्रोत के
बारे में पूरी जानकारी देनी होगी। इसके अलावा एनसीएलटी ने समाधान पेशेवर
से सुनवाई की अगली तारीख से पहले समूची निपटान प्रक्रिया की वास्तविक लागत
की जानकारी देने को भी कहा है।
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