बोकारो। धनबाद, गिरिडीह, रांची, रामगढ़ और हजारीबाग जिलों में दर्जनों लूटकांड में वांछित कुख्यात अपराधी अख्तर अंततः बोकारो पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने उसके पास से बाइक, मोबाइल के अलावा एक पिस्टल और नौ कारतूस सहित अन्य सामान बरामद किया है।
पूछताछ में उसने बोकारो और आसपास के कई जिलों में अपने सहयोगियों के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में जिले के पुलिस अधीक्षक पी. मुरुगन ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 24-25 अगस्त की रात गुप्त सूचना के आधार पर बोकारो-रामगढ़ फोरलेन स्थित राष्ट्रीय उच्च पथ 23 पर टांड़बालीडीह के पास चेकिंग के दौरान मोहम्मद अख्तर उर्फ दानिश उर्फ समीर को गिरफ्तार किया गया। जिले के बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र अंतर्गत जारंगडीह ग्राम का रहने वाला अख्तर यहां वर्तमान में माराफारी थाना इलाके के सिवनडीह मोहल्ले में नईम अंसारी के घर किराए पर रहा करता था। अपने सहयोगियों के साथ लूटपाट करने के बाद लूटे गये सामानों और हथियारों को भी यहीं रखता था।
वह खासतौर से विभिन्न जिलों में फाइनेंस कंपनी के एजेंटों को ही अपने सहयोगियों के साथ शिकार बनाता था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर दो मोटरसाइकिल, एक अवैध पिस्टल, दो देसी कट्टा, 15 जिंदा कारतूस, 77 मोबाइल, 12 टेबलेट, तीन फिंगरप्रिंट स्कैनर, एक स्वाइप मशीन, एक होम थिएटर सिस्टम आदि सामान बरामद किया है। टेबलेट और फिंगर स्कैनर फाइनेंसकर्मी से लूटे गये थे। एसपी के अनुसार मोहम्मद अख्तर बेहद शातिर और पेशेवर अपराधी रहा है। उसके अपराध करने की शैली भी अलग रही है। एसपी ने कहा कि अख्तर के सहयोगियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस के लिए चुनौती थी गिरफ्तारी
एसपी ने बताया कि वर्ष 1999 से लगातार अपराधिक गतिविधियों में शामिल मोहम्मद अख्तर उर्फ दानिश की गिरफ्तारी जिले की पुलिस के लिए एक चुनौती थी। वर्ष 2008 से 2015 तक की अवधि में यह तीन बार जेल जा चुका है। धनबाद जिले में एकबार उसने आत्मसमर्पण किया था और संभवतः दो बार उसकी गिरफ्तारी हुई थी, परंतु बोकारो जिले में लगभग 10 मामलों में वांछित होने के बावजूद वह आजतक यहां से गिरफ्तार नहीं किया जा सका था। एसपी ने बताया कि लगभग 30 वर्ष के मोहम्मद अख्तर के विरुद्ध विभिन्न जिलों में तकरीबन 30 मामले दर्ज हैं।
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