नई दिल्ली । देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में खनन क्षेत्र की हिस्सेदारी 2024-25 तक तीन प्रतिशत करने के लिये इस क्षेत्र पर ध्यान दिये जाने की जरूरत है। उद्योग संगठन सीआईआई ने एक रिपोर्ट में यह कहा है।रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018-19 में जीडीपी में खनन उद्योग की हिस्सेदारी 2011-12 के तीन प्रतिशत से कम होकर 2.6 प्रतिशत पर आ गयी।
खनन मंत्रालय में संयुक्त सचिव उपेंद्र जोशी ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा, ‘‘खनिज और खनन उद्योग भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। खनिजों की खोज, निष्कर्षण और प्रबंधन का काम राष्ट्रीय लक्ष्यों और दृष्टिकोणों के साथ निर्देशित करना होगा, ताकि भारत की आर्थिक वृद्धि की समग्र रणनीति के साथ इसे जोड़ा जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके साथ ही, घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता को कम करने के प्रयास होने चाहिए।’’
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