नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को कहा कि विज्ञापनों में अश्लीलता पर रोक लगाने के लिए और अधिक कारगर कदम उठाने की आवश्यकता है। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान जावड़ेकर ने यह प्रतिक्रिया तब दी जब सपा के रामगोपाल यादव ने विज्ञापनों में अश्लीलता का मुद्दा उठाया। केंद्रीय मंत्री ने विज्ञापनों में अश्लीलता पर रोक लगाने के लिए और अधिक कारगर कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए यह भी कहा कि इस संबंध में मिली करीब 6,700 शिकायतों को वर्तमान व्यवस्था के तहत निपटाया जा चुका है। यादव ने कहा कि पत्रिकाओं सहित प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में दिखाए जाने वाले विज्ञापनों में अश्लीलता बढ़ रही है। उन्होंने कहा ‘‘यह स्थिति है कि अब परिवार के साथ समाचार देखना भी मुश्किल हो गया है क्योंकि बीच बीच में ब्रेक के समय इस तरह के विज्ञापन आ जाते हैं।’’ उन्होंने कहा कि देश नैतिक संकट की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि लड़कों की मानसिकता पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव और महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि का एक कारण अश्लीलता भी है। तृणमूल कांग्रेस के अहमद हसन ने लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें घटाए जाने का मुद्दा उठाया। शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए हसन ने कहा ‘‘साल 2019 में ऐसा पहली बार हुआ है। दूसरी तिमाही में लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें घटा दी गईं। इससे मध्यम वर्ग तथा कमजोर वर्ग पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।’’ हसन ने कहा कि पिछले पांच साल से ब्याज दर लगातार घटाई जा रही है। ‘‘कुछ लोग निर्वाह के लिए इसी ब्याज दर पर निर्भर रहते हैं।’’ उन्होंने कहा कि सरकार को आम आदमी के कल्याण की ओर ध्यान देना चाहिए और उचित कदम उठाना चाहिए। भाजपा के कैलाश सोनी ने कहा कि मध्यप्रदेश के सागर जिले से महाराष्ट्र के नागपुर तक रेल लाइन बिछाने की मांग 1970 से की जा रही है लेकिन अब तक इस संबंध में कुछ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि सागर से नागपुर तक बुंदेलखंड तथा गोंडवाना के करीब 500 गांव आते हैं। उन्होंने कहा कि सागर से नागपुर तक जाने में अभी 12 घंटे लगते हैं लेकिन अगर यहां रेल लाइन बिछाई जाए तो यह अवधि घट कर केवल तीन घंटा हो जाएगी। इसी पार्टी के विनय दीनू तेंदुलकर ने कहा कि गोवा से कर्नाटक को जोड़ने वाला राजमार्ग बंद है जिसकी वजह से लोग परेशान हैं और कारोबार प्रभावित हो रहा है। माकपा सदस्य के सोमप्रसाद ने धूम्रपान के दुष्प्रभावों पर चिंता जताते हुए सरकार से मांग की कि सिगरेट पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने कहा कि धूम्रपान के दुष्प्रभावों के प्रति लोग जागरूक तो हुए हैं लेकिन इस पर पूरी तरह रोक लगाने के बाद ही स्थिति सुधर सकती है। इनेलो के राम कुमार कश्यप राजमार्गों पर पेड़ों में आग लगने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि एक पेड़ साल भर में हमें 14 किग्रा ऑक्सीजन देता है और इससे कहीं ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित करता है। कश्यप ने कहा ‘‘राजमार्गों के किनारे लगे पेंड़ों में आग लगने से पेड़ तो जलते हैं, उन पर बने पक्षियों के घोंसले भी नष्ट हो जाते हैं।’’ उन्होंने सरकार से जले हुए पेड़ों की गणना करने और आग बुझाने के समुचित प्रयास करने का अनुरोध भी किया। विभिन्न दलों के सदस्यों ने उनके इस मुद्दे से स्वयं को संबद्ध किया।
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