हजारीबाग। स्थानीय सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों मेें औषधीय वनोपज का उत्पादन एक महत्वपूर्ण पहल है, इससे न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे वरन औषधीय वस्तुओं के बाजार को भी बढ़ावा मिलेगा। औषधीय उत्पादन से जुड़े किसानों को उनकी मेहनत का उचित पारिश्रमिक प्राप्त होगा।
शनिवार को सांसद जयंत सिन्हा कटकमसांडी प्रखण्ड परिसर में स्थापित औषधीय वनोपज संग्रहण एवं आस्वन इकाई के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कटकमसांडी प्रखण्ड में 11 गांवों के दर्जनों एकड़ में औषधीय वनोपज लेमन ग्रास (नींबू घास) की फसल लगाई गई है। यह जिला प्रशासन की सराहनीय पहल है।
उत्पादन केन्द्र का संचालन झारखण्ड स्टेट लाईवलीहूड प्रमोशन सोसाईटी (जीएसएलपीएस) द्वारा किया जा रहा है। नींबू घास का उत्पादन भारतवर्ष में केरल, तमिलनाडू, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में किया जाता है। झारखंड की मिट्टी व जलवायु इसके लिए उपयुक्त है। सांसद ने कहा कि जल्द ही कटकमसांडी प्रखण्ड के सभी पंचायतों में सामुदायिक केन्द्र भवन बनाए जाएंगे। भवन का उपयोग सखी मंडल की महिलाएं, युवा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, शादी समारोह सहित सामाजिक सरोकार से जुड़े विभिन्न कार्यों के लिए किया जा सकेगा। यह योजना सांसद मद तथा मुखिया मद के समन्वय से पूरा किया जाएगा।
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