रांची। झारखंड की सत्ता में बदलाव का बड़ा फायदा लालू को मिल सकता है। चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव जल्द ही खुली हवा में सांस ले सकते हैं। लालू को कुछ दिनों का पैरोल मिल सकता है। मंगलवार को झारखंड के सियासी गलियारे में लालू की आजादी की खूब चर्चा रही। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पैरोल का आवेदन हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की अनुमति के लिए दिया जा सकता है। हालांकि बिरसा मुंडा होटवार केंद्रीय कारा के जेल अधीक्षक अशोक कुमार चौधरी ने फिलहाल ऐसे किसी आवेदन से इन्कार किया है। झारखंड में भाजपा के सत्ता से बेदखल होने के बाद झामुमो, कांग्रेस और राजद के महागठबंधन को सरकार बनाने का माैका मिला है। ऐसे में माना जा रहा है कि रांची के रिम्स में अपनी गंभीर बीमारियाें का इलाज करा रहे लालू के दिन अब फिरेंगे।
इधर झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो, कांग्रेस और राजद की महागठबंधन सरकार का ताना-बाना बुनने लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव राजधानी रांची पहुंचे हैं। तेजस्वी ने बीते दिन राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू से मिलने के क्रम में लालू के शपथ ग्रहण में शामिल होने के सवाल पर मुस्कुराहट में जवाब दिया। तेजस्वी ने कहा कि राजद सरकार में अपनी भूमिका काे लेकर खासा सक्रिय है।
जेल अधीक्षक अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि पैरोल के लिए भी नियम-कानून है। यह आकस्मिक स्थिति में ही कैदी को दिया जाता है। जैसे परिवार के शादी-विवाह हो या फिर कोई अनहोनी हुई है। किसी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पैरोल देने का प्रावधान नहीं है। उन्होंने बताया कि अब तक उन्हें आवेदन नहीं मिला है। आवेदन आने के बाद ही वे इस संबंध में कुछ बता पाएंगे।
बता दें कि हाल ही में लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका हाई कोर्ट से खारिज हुई है। चारा घोटाले के दुमका कोषागार मामले में लालू ने आधी सजा पूरी हाेने के आधार पर अदालत से जमानत मांगी थी। जिसे उच्च न्यायालय ने सुनवाई के बाद खारिज कर दिया। इससे पहले लालू को देवघर मामले में झारखंड हाई कोर्ट से जमानत दी जा चुकी है।
इससे पहले झारखंड में महागठबंधन सरकार बनने पर लालू ने ट्वीट के जरिये अपनी खुशी का इजहार किया था। तब लालू ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को शुभकामना और आशीष देते हुए लिखा कि मेरी मनोकामना पूरी हुई। अहंकार और पाखंड का अवसान हो गया। बहरहाल लालू की मनोकामना पूरी होने को उनके पैरोल से जोड़कर देखा जा रहा है। लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव अपने पिता के लिए सहूलियत-सुविधाएं को लेकर बेहद संजीदा हो गए हैं। प्रदेश राजद अध्यक्ष अभय कुमार सिंह भी अपने नेता को लेकर फिक्रमंद दिख रहे हैं। नई सरकार में लालू का खास ख्याल रखा जाना तय माना जा रहा है।
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