कश्मीर मध्यस्थता के लिए किसी देश को कष्ट नहीं देंगे : नरेन्द्र मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को दो टूक शब्दों में कहा कि कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के लिए भारत किसी अन्य देश को कष्ट नहीं देगा बल्कि सारे मुद्दे पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय स्तर पर हल किए जाएंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बातचीत के दौरान प्रेस को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान के सारे मामले द्विपक्षीय हैं, इसलिए हम इस संबंध में किसी अन्य देश को कष्ट नहीं देंगे।’’

उन्होंने कहा, “सन् 1947 से पहले भारत और पाकिस्तान एक ही देश थे और मुझे विश्वास है कि हम सभी समस्याओं पर चर्चा और उनका समाधान कर सकते हैं।”

प्रेसवार्ता में राष्ट्रपति ट्रम्प और मोदी से कश्मीर के बारे में अमेरिकी मध्यस्थता के बारे में पूछा गया था। प्रश्न के उत्तर में ट्रम्प ने कहा, “कल हमने जम्मू-कश्मीर के बारे में बातचीत की थी। प्रधानमंत्री मोदी यह महसूस करते हैं कि पूरी स्थिति उनके नियंत्रण में है। उन्होंने पाकिस्तान से बातचीत की है और मुझे विश्वास है कि भारत और पाकिस्तान कुछ ऐसा करेंगे जो बहुत अच्छा होगा।”

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ट्रम्प कश्मीर समस्या के बारे में दो बार मध्यस्थता की पेशकश कर चुके हैं, लेकिन भारत ने इसे ठुकरा दिया है। मोदी ने आज उनके सामने ही मध्यस्थता के किसी प्रस्ताव के बारे में भारत की असहमति को जाहिर किया।

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