झारखंड में बन रहा है दुनिया का सबसे बड़ा बौद्ध स्तूप : रघुवर दास

रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में बौद्ध धर्म की भी उपस्थिति है। छठी शताब्दी में बौद्ध धर्म के विचारों के बारे में दुनिया को अवगत कराने के लिए भगवान बुद्ध इटखोरी से ही गये थे। झारखंड में दुनिया का सबसे बड़ा बौद्ध स्तूप बनाया जा रहा है। साथ ही सर्किट बनाने का काम भी किया जा रहा है। दास गुरुवार को रांची के एक होटल में आयोजित झारखंड टूर कन्क्लेव का उदघाटन समारोह को संबोधित रहे थे।  

उन्होंने कहा कि झारखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। हमारे यहां सांस्कृतिक पर्यटन, प्राकृतिक पर्यटन, माइनिंग पर्यटन, इको पर्यटन आदि में काफी अवसर हैं। सरकार पिछले पांच साल से इन्हें विकसित कर रही है। इन स्थानों पर सुविधाएं बढ़ायी गयी हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है। इसका असर दिख रहा है। झारखंड में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कार्यक्रम में पर्यटन निदेशक संजीव बेसरा, इंडियन चैंबर ऑफ कामर्स के महानिदेशक राजीव सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

पर्यटन को बढ़ावा देने से रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं

मुख्यमंत्री दास ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिलता है। जहां भी पर्यटन स्थल हैं, वहां लोगों को रोजगार मिल रहा है। विदेशी राशि आकर्षित करने में भी टूरिज्म का अहम् योगदान होता है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक रूप से झारखंड में द्वादश ज्योर्तिलिंग में शामिल बाबा बैद्यनाथ, जैन समाज का बड़ा तीर्थ स्थल पारसनाथ, विभिन्न शक्ति पीठ, मलूटी आदि हैं।

सपरिवार घूमने का है अच्छा माहौल

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में प्राकृतिक छटाएं भरी पड़ी हैं। यहां वनों से अच्छादित मनोरम क्षेत्र हैं। झारखंड में पर्यटन स्थलों पर सपरिवार घूमने का अच्छा माहौल है। पतरातू, मसानजोर जैसे डैम को विकसित कर वहां परिवार के साथ समय बिताने के स्थल के रूप में विकसित किये गये हैं। साथ ही राज्य में कई माइन्स भी हैं, जहां एजुकेशनल टूरिज्म संभव है। इको टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

भारत और मंगोलिया में धर्म, लोकतंत्र और विकास एक जैसा

मंगोलिया के राजदूत गोनचिग गेनबोल्ड ने हिंदी में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत और मंगोलिया में धर्म, लोकतंत्र और विकास एक जैसा है। हमारा देश भी विकसित देश में से एक है। उन्होंने कहा कि मंगोलिया और भारत ने मिलकर दोनों देशों में कई सारी योजनाओं पर काम शुरू किया है। दोनों देश राजनीति और फ्री मार्केट पर चर्चा कर रहे हैं। जल्द ही भारत में भगवान बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। जिसमें मंगोलिया के राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री शामिल होंगे। भारत के साथ मंगोलिया सरकार अपने रिश्ते को बढ़ाने का काम कर रही है।

पर्यटन स्थल पर लॉ एंड आर्डर बेहतर हुआ

कॉन्क्लेव में पर्यटन मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि झारखंड प्रकृति के द्वारा सजाया हुआ राज्य है। यहां पर्यटन की असीम संभावना है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में झारखंड ने पर्यटन नीति बनाई और सभी पर्यटन क्षेत्र के पहुंच पथ के निर्माण का काम किया गया। उन्होंने कहा कि आज झारखंड में लॉ एंड आर्डर बेहतर हुआ है। आजतक किसी भी पर्यटन क्षेत्र में कोई भी घटना पर्यटकों के साथ नहीं हुई। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला को व्यवस्थित करने के लिए सरकार ने बाबा बैद्यनाथ श्राइन बोर्ड का गठन किया। पारसनाथ जो जैन धर्मावलंबियों का तीर्थ है वहां भी श्राइन बोर्ड का गठन किया गया। उन्होंने बताया कि पतरातू डैम के पास विश्व स्तर का रिसोर्ट बन कर तैयार है जल्द ही इसे पर्यटकों के लिए शुरू किया जाएगा। झारखंड ऐसा क्षेत्र है जिसकी जानकारी देश-दुनिया तक पहुंचाने की जरूरत है। इस काम के लिए टूर एन्ड ट्रेवल एजेंसी का महत्वपूर्ण सहयोग की जरूरत है।

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