राँची : झारखंड में होने वाला आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी वर्तमान प्रदेश अध्य़क्ष डॉ अजय कुमार के ही नेतृत्व में लड़ेगी. सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व ने एक बार फिर डॉ अजय कुमार पर अपना विश्वास जताया है..
कुछ दिन पहले पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ जिस तरह आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ था, उससे बाद से अधिकांश कार्यकर्ता इस बात का कयास लगा रहे थे कि लोकसभा चुनाव में मिली हार से शीर्ष नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष को बदलने पर विचार कर सकता है.
कांग्रेस आलाकमान के निर्देश के बाद पार्टी मुख्यालय में शनिवार को एक आपातकालीन बैठक कर डॉ अजय कुमार ने सभी जिलाध्यक्षों से रिपोर्ट मांगी है. उससे उनका प्रदेश अध्यक्ष बने रहना तय माना जा रहा है.
रिपोर्ट में उन्होंने पार्टी विरोधी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है. जिलाध्यक्षों को यह रिपोर्ट एक सप्ताह में देनी है. ऐसे में एक बार फिर डॉ अजय कुमार अपने विरोधी गुट पर हावी दिख रहे है.
प्रदेश अध्यक्ष का हुआ था भारी विरोध
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में हार का सारा ठीकरा डॉ अजय कुमार पर थोपते हुए सुबोधकांत सहाय समर्थक गुट ने गत 8 जून को मुख्यालय परिसर में उनका जोरदार विरोध किया था. उस दौरान लोकसभा चुनाव में हार के कारणों को लेकर एक समीक्षा बैठक बुलायी गयी थी.
भारी विरोध को देखते हुए डॉ अजय ने बैठक से दूरी बनायी थी. लेकिन उनके अनुपस्थिति में भी उनके समर्थकों एवं विरोधी गुट के बीच संघर्ष की स्थिति बन गयी थी. यहां तक की पूरा परिसर जंग के अखाड़े में तब्दील हो गया था.
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