तेल अवीव। इजरायल में मंगलवार को संपन्न हुए आम चुनावों के बाद बुधवार को जारी वोटों की गिनती लगभग 92 प्रतिशत हो चुकी है और एक्जिट पोल के अनुसार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू की पार्टी तथा प्रमुख विपक्षी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर है। इजरायल में मंगलवार को देश की 120 सीटों पर चुनाव हुए। एक्जिट पोल के नतीजों में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता दिखाई नहीं दे रहा है। नेतान्याहू की पार्टी लिकुड को एक्जिट पोल में 31 से 33 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं और बैनी गांट्ज के नेतृत्व में ब्लू और व्हाइट गठबंधन को 32 से 34 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि पूर्व रक्षा मंत्री अविगडोर लिए बेर्मन को आठ से 10 सीटें मिल सकती हैं। चुनावों के नतीजे यदि एक्जिट पोल के अनुरूप आते हैं, जैसे कि कयास लगाए जा रहे हैं तो ब्लू और व्हाइट गठबंधन बेर्मन के साथ मिल कर सरकार बना सकते हैं। देश में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को कम से कम 61 सीटें चाहिए और एक्जिट पोल में किसी भी दल के अपने दम पर सरकार बनाने के आसार बेहद कम हैं। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इन चुनावों को लेकर कहा है कि देश एतिहासिक दौर से गुजर रहा है। नेतन्याहू ने मंगलवार को अपने समर्थकों को संबोधित करने के दौरान कहा, “हम अभी भी चुनाव के नतीजों की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन कहीं न कहीं हम अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। इजराइल ऐतिहासिक दौर से गुजर रहा है।” उन्होंने कहा, “देश को अरब की यहूदी विरोधी पार्टियों की जरूरत है नहीं है जो इजराइल में यहूदियों के अस्तित्व के होने से इंकार करती है तथा न ही लोकतंत्र में विशवास रखती है। देश को एक मजबूत सरकार की आवश्यकता है।” उल्लेखनीय है कि इस वर्ष अप्रैल में हुए चुनावों में नेतन्याहू के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के गिर जाने की वजह से देश में फिर से चुनाव कराने की स्थिति बनी है। इजरायल के सबसे ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले नेतान्याहू के राजनीतिक भाग्य के लिए यह चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हुए हैं।
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