मुंबई । सालों से युद्ध विभिषिका का मुकाबला कर रहे सीरिया देश के बच्चों के लिए पहली बार एक भारतीय फिल्म का प्रदर्शन होने जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, पाखी ए टायरवाला के निर्देशन में बनी फिल्म पाहुना का एक विशेष शो सीरियाई शरणार्थी बच्चों के लिए होने जा रहा है। योजना के अनुसार, सीरिया के अलावा ये फिल्म ईरान, तुर्की और लेबनान देशों के बच्चों को भी दिखाई जाएगी।
युद्धग्रस्त देशों के बच्चों के लिए इस फिल्म के प्रदर्शन की एक वजह बताई जा रही है कि पाहुना भी कहीं युद्ध विरोधी संदेश देती है और ये फिल्म भी शरणार्थी कैंप में रहने वाले बच्चों को लेकर बनी है। पाहुना दो भाई-बहनों की कहानी है जो नेपाल में माओवादी विद्रोह से बचने के लिए भारतीय राज्य सिक्किम भाग आते हैं और अपने माता-पिता से अलग हो जाते हैं। ये फिल्म सिक्कीमी भाषा में बनी भारत की पहली फिल्म है। फिल्म कई अंतर्राष्ट्रीय समारोह में पुरस्कार और तारीफें पा चुकी है। भारत के सिनेमाघरों में ये फिल्म पिछले साल दिसंबर में प्रदर्शित की गई थी। सीरिया तथा अन्य देशों में फिल्म के प्रदर्शन को लेकर पाखी का कहना है कि ये फिल्म बाल संवेदनाओं को जाहिर करती है और युद्ध की वजह से शरणार्थी शिविरों में रह रहे बच्चों तथा उनके परिवार के साथ जुड़ती है।
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