कोलकाता। एक दिन पहले ही एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें पता चला है कि दुनिया भर के पांच सबसे प्रदूषित शहरों में राजधानी दिल्ली के बाद कोलकाता शामिल है। शनिवार को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जो नए आंकड़े सामने आए हैं जिसमें बताया गया है कि हावड़ा शहर में प्रदूषण का सूचकांक महानगर से भी अधिक है। शनिवार सुबह हावड़ा के घुसड़ी में सुबह आठ बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी प्रदूषण का आंकड़ा 285 पर पहुंच गया था जो सामान्य से छह गुना अधिक है।
ऐसा तब हुआ जब इसी समय कोलकाता के विक्टोरिया में प्रदूषण का सूचकांक महज 162 पर था जो सामान्य से तीन गुना अधिक है। दरअसल दिल्ली तेजी से गैस चेंबर में तब्दील होती जा रही है। शुक्रवार को कहीं-कहीं एयर क्वालिटी इंडेक्स 1000 पर पहुंच गया था। अधिकतर जगहों पर यह सूचकांक औसतन 700 पर है। इधर कोलकाता भी प्रदूषण के मामले में दिल्ली को टक्कर दे रहा है। यहां भी वायु प्रदूषण का सूचकांक औसतन 300 से 400 पर रह रहा है जो सामान्य से छह या आठ गुना अधिक है।
एक दिन पहले ही कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने दावा किया है कि राज्य सरकार ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है जिसके जरिए आगामी दो सालों में कोलकाता को प्रदूषण मुक्त किया जाएगा। लेकिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े बताते हैं कि जिस परिमाप से कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण बढ़ रहा है उससे राजधानी (कोलकाता) को जल्द प्रदूषण मुक्त करना संभव नहीं होगा।
इसके लिए पूरी सरकार को कार्य योजना बनाकर उसे लागू करना होगा। इसके अलावा आम लोगों को भी पर्यावरण सुरक्षा के प्रति सचेत बनाने हेतु जागरूकता अभियान की सबसे अधिक जरूरत है। उल्लेखनीय है कि वायु में अगर प्रदूषण कारक तत्वों की मात्रा 50 मिलीग्राम होती है तो वह सामान्य माना जाता है। उसके बाद जितना ज्यादा यह मात्रा बढ़ती जाती है, हमारे आसपास की हवा उतनी अधिक जहरीली होती जाती है।
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