अंटार्कटिक के हिमनद सतह पिघलने के कारण सागर की ओर तेजी से बह रहे : शोध

लंदन। अंटार्कटिक क्षेत्र में हिमनदों के पिघलने के कारण निकलने वाला पानी बर्फ से होकर बह रहा है और इसके कारण महाद्वीप की बर्फ की परतें भी तेजी से समुद्र की ओर बह रही हैं। जर्नल नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित शोध के मुताबिक, पहली बार शोधकर्ताओं ने पाया कि सतह पर बर्फ के पिघलने का असर अंटार्कटिक में हिमनदों के बहाव पर भी पड़ता है। ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ शेफील्ड के शोधकर्ता भी इस शोध में शामिल हैं। उन्होंने उपग्रहों से डेटा और तस्वीरों का विश्लेषण किया। उन्होंने क्षेत्रीय जलवायु मॉडल को भी देखा और पाया कि बर्फ के पिघलने से कुछ हिमनदों का पानी औसत की तुलना में 100 फीसदी अधिक तेजी से बह रहा है। शोध में, अंटार्कटिक प्रायद्वीप में बर्फ के पिघलने और हिमनदों के बहाव के बीच संबंध का पता चला है। शोधकर्ता कहते हैं कि सतह की बर्फ पिघलती है और यह पानी हिमनदों की निचली सतह में चला जाता है। इससे हिमनदों का बहाव तेज हो जाता है। अंटार्कटिक क्षेत्र में तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। इससे सतह की बर्फ तेजी से पिघल रही है और कहीं कहीं पर बड़े हिस्से में सतह पिघलने लगती है। शोध के मुताबिक, हिमनदों के पिघलने, उनके समुद्र की ओर तेजी से बढ़ने और इसकी गति तय करने में अंटार्कटिक का तापमान काफी महत्वपूर्ण है।

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