आदि समूह के साथ मिलकर जेट एयरवेज के लिए बोली लगायेंगे कर्मचारी

नई दिल्ली। वित्तीय संकट के कारण ढाई महीने से सेवाएँ बंद कर चुकी निजी विमान सेवा जेट एयरवेज के कर्मचारी राष्ट्रीय कंपनी कानून प्राधिकरण (एनसीएलटी) द्वारा शुरू की गयी समाधान प्रक्रिया में आदि समूह के साथ मिलकर बोली लगायेंगे। जेट एयरवेज के विभिन्न श्रेणी के कर्मचारियों के संगठनों तथा आदि समूह ने शुक्रवार को नई दिल्ली में एक संयुक्त प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। जेट एयरवेज को ऋण देने वाले बैंकों के कंसोर्टियम द्वारा शुरू की गयी समाधान प्रक्रिया विफल रहने के बाद मामला एनसीएलटी में गया है और एनसीएलटी ने समाधान प्रक्रिया जल्द शुरू करने का आदेश दिया है। आदि समूह के अध्यक्ष संजय विश्वनाथन ने कहा कि जेट एयरवेज दुनिया की प्रतिष्ठित एयरलाइंस में से एक है। इसलिए, कंपनी को वापस आसमान पर पहुँचाने के प्रयास में कर्मचारियों और प्रबंधन के साथ हमारी साझेदारी कोई आश्चर्य की बात नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि नागर विमानन महानिदेशालय, ऋणदाता बैंक और विमान लीज पर देने वाली कंपनियाँ जेट एयरवेज को दुबारा खड़ा करने की हमारी योजना को करेंगे। उन्होंने बताया कि जेट एयरवेज का परिचालन दोबारा शुरू करने के लिए ढाई हजार करोड़ से पाँच हजार करोड़ रुपये की आरंभिक पूँजी की जरूरत होगी। इसके लिए योजना बनाने में 90 दिन का समय लगेगा। आदि समूह 49 प्रतिशत और जेट एयरवेज के कर्मचारी 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए बोली लगायेंगे। जेट एयरवेज के वरिष्ठ पायलट तथा भारतीय पायलट कल्याण सोसाइटी के महासचिव अश्विनी त्यागी ने कहा कि उनके लिए जेट एयरवेज एक परिवार है। उन्होंने खुशी जतायी कि जेट एयरवेज को दोबारा पटरी पर लाने की चुनौतिपूर्ण यात्रा के लिए आदि समूह ने उनके साथ साझेदारी की है। जेट विमान रखरखाव अभियंता कल्याण संघ के अध्यक्ष आशिष मोहंती ने कहा कि हम आदि समूह के साथ मिलकर हमारी एयरलाइन में निवेश के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम कंपनी को दुबारा खड़ा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते और काम के माहौल तथा वेतन के भुगतान में भी समझौता करने के लिए तैयार हैं।

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