लॉस एंजेल्स। अफ्रीका के सब सहारा क्षेत्र में अगले छह महीनों में सूखे से साढ़े चार करोड़ लोग प्रभावित हो सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र ने एक अनुमान में यह आशंका जताई है। इसमें कहा गया है कि यह सूखा की दशकों में सर्वाधिक गंभीर होगा। बरसात की कमी और अधिक तापमान से दक्षिण अफ्रीका, जाम्बिया, जिम्बाब्वे और अन्य सब सहारा देशों में भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। इसके लिए आपातकालीन खाद्य व्यवस्था की जा रही है। विश्व खाद्य प्रोग्राम के कार्यकारी क्षेत्रीय निदेशक मार्ग्रेट मालू ने गुरुवार को जारी बयान में कहा है कि पिछले 35 वर्षों में यह पहला मौका है, जब मध्य और पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्रों में सूखे की भयावह समस्या आ सकती है। अंगोला, जिम्बाब्वे, मोजाम्बिक, जाम्बिया, मेडगासकर, मलावी, नामीबिया, एसवातिनि और लेसाथो में एक करोड़ दस लाख लोगों के सामने खाद्य समस्या मुंह बाए खड़ी है। इसका असर वन्य जीवों पर पड़ा है। 105 हाथी पानी और खाद्य संकट के कारण जिम्बाब्वे में मर चुके हैं। जिम्बाब्वे और बोत्सवाना में क्रमश: 85 हजार और एक लाख तीस हजार हाथी हैं। दक्षिणी अफ्रीका में पिछले सत्र में अच्छी बरसात हुई है। इससे छोटे किसानों को लाभ मिला है। मगर समुद्री तूफान से खाड़ी कृषि को क्षति पहुंची है। फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास परिषद ने कृषि प्रौद्योगिकी के माध्यम से सात करोड़ डालर का निवेश किया है।
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