कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के हिंसाग्रस्त भाटपाड़ा क्षेत्र में हालात का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी पहुंचा। प्रतिनिमंडल ने हिंसा में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को ढाई लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है। इलाके में पहुंचने पर टीएमसी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत भाजपा नेताओं ने जय श्रीराम के उद्घोष से किया। दोनों दलों में टकराव की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। प्रतिनिधिमंडल में शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, पंचायती राज मंत्री सुब्रत मुखर्जी, खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, तकनीकी शिक्षा मंत्री पूर्णेंदु बसु, दमकल मंत्री सुजीत बोस, विधायक ब्रात्य बसु और विधायक पार्थ भौमिक शामिल थे। इन लोगों ने क्षेत्र में जाकर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों से मुलाकात की। पिछले सप्ताह यहां हुई हिंसा में 17 साल के बच्चे रामबाबू साव समेत 40 वर्षीय संतोष साव की गोली लगने से मौत हो गई थी। दोनों के परिजनों से भी तृणमूल प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की है। उन्हें सरकारी मदद देने का आश्वासन दिया गया है। इसके अलावा हिंसा की शुरुआत जिस कछारी रोड इलाके में हुई थी वहां के दोनों समुदायों के घर जाकर तृणमूल प्रतिनिधिमंडल ने लोगों से बात की। इसके बाद बैरकपुर पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा के साथ इस प्रतिनिधिमंडल ने अलग से बैठक की। यहां से भाजपा विधायक अर्जुन सिंह ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि प्रतिनिधिमंडल का स्वागत जय श्रीराम के उद्घोष से करेंगे। उसी के मुताबिक पूरे क्षेत्र में जय श्रीराम का बैनर और पोस्टर लगा दिया गया था। भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता इस प्रतिनिधिमंडल की राह में रोड़ा नहीं बन सका। एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गयी थी। हालांकि किसी तरह की कोई अप्रिय परिस्थिति नहीं बनी। मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि पुलिस आयुक्त से बात कर पूरे क्षेत्र में शांति बहाली की अपील की गयी है। मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि मनोज वर्मा से अपील की गयी है कि बिना देरी किए स्थानीय सांसद अर्जुन सिंह को गिरफ्तार किया जाए। इसके अलावा इस क्षेत्र में बड़ी मात्रा में हथियार मौजूद करके रखे गए हैं। उन्हें भी जल्द से जल्द बरामद किया जाए। सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि पुलिस की कोशिशों की वजह से पूरे क्षेत्र में शांति बहाली हो रही है। धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। उल्लेखनीय है कि 23 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद से ही पूरा भाटपाड़ा क्षेत्र हिंसा की आग में चल रहा है। एक दिन पहले ही राज्य के बुद्धिजीवियों ने क्षेत्र का दौरा किया था और पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की थी। उसके पूर्व माकपा और कांग्रेस का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल क्षेत्र का दौरा कर चुका है। भाजपा सांसद सुरेंद्र सिंह आहलूवालिया, बीडी राम और सत्यपाल सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्य प्रतिनिधिमंडल ने पहले ही हालात का जायजा लिया है और उसकी रिपोर्ट केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को सौंप दी गई है। टीएमसी प्रतिनिधिमंडल के नहीं जाने को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे थे। एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में यह घोषणा की थी कि शुक्रवार को टीएमसी का प्रतिनिधिमंडल क्षेत्र में हालात का जायजा लेने के लिए जाएगा।
- सांसद अर्जुन सिंह ने दी गिरफ्तार करने की चुनौती
भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि यदि टीएमसी सरकार में साहस है तो उन्हें हाथ लगा कर दिखा दे। उन्होंने चुनौती दी कि क्षेत्र में शांति बहाली और हालात को सामान्य रखने में उनकी बड़ी भूमिका है। इस पूरे क्षेत्र में अगर किसी की वजह से हिंसा फैली है तो वह टीएमसी है। पिछले दरवाजे से टीएमसी के शीर्ष नेता इस पूरे क्षेत्र में हिंसा करवा रहे हैं। पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के साथ पूरे क्षेत्र में शांति बहाली और हालात सामान्य करने को लेकर चर्चा हुई है। अर्जुन सिंह की प्रस्तावित गिरफ्तारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बारे में वह कुछ नहीं कहना चाहते हैं।
This post has already been read 9913 times!