श्रीनगर। कश्मीर घाटी में एक बार फिर हालात समान्य हो रहे हैं। इस दौरान 77 पुलिस थाना क्षेत्रों में दिन में प्रतिबंध हटा लिये गए हैं। गौरतलब है कि पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से कश्मीर में उपजी कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर प्रशासन ने आम लोगों के जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी घाटी में प्रशासनिक प्रतिबंध लागू किये थे।
घाटी के सभी संवेदनशील स्थानों में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। घाटी में फिलहाल मोबाइल, मोबाइल इंटरनेट तथा ब्राडबैंड सेवाएं बंद हैं जबकि ज्यादातर हिस्सों में लैंडलाइन सेवा बहाल कर दी गई है।
घाटी में कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को माध्यमिक स्तर तक शिक्षा संस्थानों को खोला गया है।
सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति भी पहले से अधिक रही। सोमवार को आंशिक रूप से दुकानें खुलीं तथा बड़ी संख्या में रेहड़ी-फड़ी वाले अपना सामान बेचते नज़र आए। घाटी के स्थानीय लोग भी अपना रोजाना का सामान खरीदते दिखाई दिए। सड़कों पर बड़ी संख्या में निजी वाहन दौड़ते नज़र आए। इस दौरान सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। इसी बीच पूरे जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पांच अगस्त को बंद की गई मोबाइल इंटरनेट सेवा सोमवार को भी बंद रही।
जम्मू सहित उधमपुर, सांबा, रियासी, कठुआ जिलों में स्थिति नियंत्रण में तथा शांतिपूर्ण बनी हुई है। यहां पर सभी दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान तथा हर प्रकार का यातायात सामान्य रूप से खुला है जबकि मोबाइल इंटरनेट फिलहाल बंद है। इसी बीच राजौरी, पुंछ, डोडा किश्तवाड़ में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। इन जिलों में भी मोबाइल तथा मोबाइल इंटरनेट सेवा फिलहाल बंद है। इस दौरान कोई भी अप्रिय घटना न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाबलों के जवान सतर्क हैं।
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