नई दिल्ली। आर्थिक संकट की वजह से अस्थायी तौर पर परिचालन बंद कर चुकी जेट एयरवेज एयरलाइंस कंपनी के कर्जदाताओं ने रुचि पत्र जमा करने की समय-सीमा को एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है।
दरअसल जेट एयरवेज का मामला एनसीएलटी में जाने के बाद समाधान पेशेवर आशीष छावछारिया ने पिछले महीने जेट की हिस्सेदारी बेचने के लिए इच्छुक पक्षों से रुचि पत्र आमंत्रित किया था। बता दें कि रुचि पत्र जमा करने की 3 अगस्त आखिरी तारीख थी, जिसमें अभी तक चार इकाइयों से शुरुआती रुचि मिली है।
कर्जदाताओं ने इसकी जानकारी शेयर बाजार को दी है। वहीं, विश्व्स्त समाधान आवेदकों द्वारा अतिरिक्त वक्त मांगे जाने के बाद शनिवार को रुचि पत्र दाखिल करने की समय-सीमा को अस्थायी तौर पर एक हफ्ते के लिए बढ़ाकर 10 अगस्त तक करने का फैसला किया गया है।
कर्जदाताओं ने कहा है कि रुचि पत्र दाखिल करने की संशाधित समय-सीमा 10 अगस्त शाम 4 बजे तक होगी। बता दें कि जेट एयरवेज एयरलाइंस पर कर्जदाताओं के करीब 8,400 करोड़ रुपए और कर्मचारियों के सैलरी के 10 हजार करोड़ और फ्लाइट्स लीज पर देने वालों के 10 हजार करोड़ रुपये का बकाया है। जेट ने पिछले 17 अप्रैल से एसबीआई की अगुवाई वाली कर्जदाता बैंकों के समूह द्वारा नकदी नहीं देने की वहज से अपना परिचालन अस्थायी तौर पर बंद कर दिया था।
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