नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको पर हाउती विद्रोहियों के हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतें 10 फीसदी तक बढ़ गई हैं। एशियाई बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में शुरुआती कारोबार में तेजी देखी गई गई। इसका असर भारत सहित दुनियाभर के देशों में पड़ने की संभावना है। दरअसल अरामको पर हमले की वजह से दुनिया के सबसे बड़े क्रूड उत्पादक कंपनी की क्षमता करीब आधी हो गई और कच्चे तेल की कीमत में भी जबरदस्त उछाल हैं। एशियाई बाजार में ब्रेंट क्रूड 11.77 फीसदी की तेजी के साथ 67.31 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 10.68 फीसदी चढ़कर 60.71 डॉलर पहुंच गया। हालांकि, इंडियन ऑयल रिफाइनरी कंपनियों को क्रूड की सप्लाई में फिलहाल रुकावट के आसार तो नहीं हैं लेकिन क्षतिग्रस्त प्रोसेसिंग फैसिलिटी में उत्पादन दोबारा शुरू होने में देरी हुई तो उन्हें क्रूड के लिए वैकल्पिक स्रोतों की तलाश करनी पड़ सकती है। अरामको पर ड्रोन हमलों से प्रभावित प्रोसेसिंग प्लांट्स में 57 लाख बैरल रोजाना क्रूड का उत्पादन ठप पड़ गया है, जो सऊदी अरब के कुल उत्पादन का करीब आधा और ग्लोबल क्रूड सप्लाई के छह फीसदी के बराबर है। इस वजह से भारत के अलावा दुनियाभर में सप्लाई घटने और कीमत बढ़ने का रिस्क बढ़ गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले वित्त वर्ष में भारत की जरूरत का लगभग 16 फीसदी क्रूड सऊदी अरब से मंगाया गया था।
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